प्रज्ञा शर्मा
समय के साथ साथ जिस तरह दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है तो वही OTT प्लेटफॉर्म ने लोगों के मनोरंजन के तरीके को काफी आसान और रोमांचक बना दिया है। इंटरनेट के चलते इस युग मे वेब सीरीज को लोग काँफी पसंद कर रहे है। यह प्लेटफॉर्म काफी लोकप्रिय और युवा पीढी की पहली पसंद बन चुका है। OTT प्लेटफॉर्म ने युवा को मनोरंजन की नई दिशा दिखाई साथ ही साथ यह बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाता है। युवा पीढी इसका लुफ्त अपने स्मार्ट फोन, लैपटॉप पर कहीं भी कभी भी उठा सकती है। सैटेलाइट से चलने वाले टेलीविजन से ज्यादा लोगों मे ऑनलाइन / डिजीटल मीडिया हो रहा है। कोरोना के चलते जहाँ सिनेमा हाल बंद हैं, लोग हाल पर जा कर फिल्म नहीं देख पा रहे तो वही OTT की लोकप्रियता के चलते थियेटर की जगह अब फिल्में OTT प्लेटफॉर्म या OTT एप्स रिलीज की जा रही है।
क्या है ओटीटी प्लेटफॉर्म
ओटीटी प्लेटफॉर्म को आज के समय में बहुत ही कम लोग अपनी सुविधा और सेहत को ध्यान मे रख घर से बाहर निकलना पसंद करते है। ख़ासतौर पर ऐसे समय में जब लॉकडाउन या भीड़-भाड़ की स्थिति हो और फिल्मों को थिएटर पर न दिखाया जा सके तब ऐसे समय में फिल्मो का महत्व काफ़ी बढ़ जाता है। आज कल के चलते इस दौर मे जब हर कोई इंटरनेट पर निर्भर है तो हर कोई इसको सब्स्क्राइब कर ओवर द टोप का फायदा उठा सकता है। और अपना मनोरंजन कही भी कर सकते है।
ओटीटी की बहुत सारी ऐप्स है और उनको हम अपनी सुविधा अनुसार खरीद सकते है जैसे अमेज़न, नेटफ्लिक्स, हाटस्टार आदि।
ओटीटी के फायदे और नुकसान
आज के इस नए दौर मे जब हर कोई ओटीटी का आदिन हो चुका है तो वही इसके बहुत से फायदे और नुकसान भी है जैसे;
• समय का कम उपयोग
• भीड भाड़ से बचाव
• कम पैसौ मे ज्यादा इस्तेमाल
• एक बार से ज्यादा देखने की आजादी
• हर भाषा मे उपलब्ध
• हर उम्र के वर्गो लिए उपल्बध
ओटीटी के नुकसान
• अच्छे इंटरनेट की सुविधा होनी जरुरी
• आंखो को नुकसान
• ओटीटी की हर साइट का सब्स्क्राइबिंग अलग
• ज्यादा डाटा लोस
• ओटीटी की हर एप अलग अलग खरीदनी पडती है जो कि काफी महंगी पडती है।