भू माफियाओं से जमीन छुड़ाने के लिए योगी सरकार कर रही सैटेलाईट सर्वे, जानिए इसकी खासियत.

युपी में योगी के जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ भू माफियाओं पर कठोरतम कार्रवाई जारी रखने के बाद भूमाफियाओं ने गुप्त रूप से भूमि कब्जा करनी शुरू कर दी है. इस तरह के लोग कभी अपने हरकतों से बाज नहीं आते, इसलिए हर देश में कानून व्यवस्था को बनाया गया है. अगर कानून व्यवस्था न हो तो ऐसे लोगो की ही हर जगह सत्ता होती. इसलिए योगी सरकार भी एक्शन में आ गयी है, अब सैटेलाईट की मदद से ऐसे भू माफियाओं द्वारा कब्जे की हुई जमीन को पता लगाकर तुरंत कार्यवाही की जा रही है.

भू माफियाओं से जमीन छुड़ाने के लिए योगी सरकार कर रही सैटेलाईट सर्वे, जानिए इसकी खासियत.


योगी सरकार ड्रोन का उपयोग कर भू माफियाओ पर कार्यवाही तो कर ही रही थी. लेकिन शातिर भू माफियाओ द्वारा लखनऊ विकास प्राधिकरण की हजारो एकड़ की जमीन को गुप्त रूप से कब्जाने और अवैध निर्माण करने के कारण, लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक कदम आगे बढते हुए, भू माफियाओ पर सख्त कार्यवाही करने के लिए सैटेलाईट सर्वे का उपयोग शुरू कर दिया है.


योगी सरकार के अधिकारी, सैटेलाईट से आकाश से फोटो लेने के बाद, भूमि की मेज़रमेंट कर, भू माफिया का पता लगाकर नोटिस भेज बुलडोजर की कार्यवाही करते है. गोमती नगर में तो एक शख्स महेंद्र सिन्हा ने भूमि कब्ज़ा कर मैरिज हॉल ही बनवा डाला. सैटेलाईट की तस्वीर को देखकर पता चलते ही नोटिस भेज दिया है, अब आगे की कार्यवाही की जायेगी.


ऐसे ही भू माफियाओ के कई कारनामे सामने आ रहे है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के वी सी डा0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि बड़े एलसीडी में सैटेलाईट की तस्वीर को देखकर एचडी क्वालिटी में लाकर सैटेलाइट सर्वे के जरिए माफिया और अवैध कब्जा करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है जिससे उनको नोटिस भेज कर कार्रवाई की जा सके.