वीडियो जारी कर लगाए गम्भीर आरोप, फोटो खिंचवाने, विज्ञापन बाँटने में अव्वल अरविंद
नई दिल्ली। कभी ऑक्सीजन की कमी की उलाहना पर केंद्र सरकार को पानी पी-पी कर कोसना तो कभी केंद्र सरकार के कार्य को दिल्ली सरकार का बताकर ख़ुद अपनी पीठ थपथपाना। इन दो कामों में दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पूरी तरह पारंगत हैं। यह आरोप लगाए हैं दिल्ली भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता सारिका जैन ने।
शर्म आनी चाहिए केजरीवाल सरकार को
भाजपा प्रवक्ता ने बाकायदा सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि, जब दिल्ली में चारों ओर त्राहि-त्राहि मची थी, लोगों की जान जा रही थी, तब दिल्ली की केजरीवाल सरकार सो रही थी। अब जब ऑक्सीजन की माँग कम हो गई तो “सर जी” ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर बैंक खोलेंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि, ‘शर्म आनी चाहिए केजरीवाल सरकार को।’
‘आपिये’ निकले ‘ऑक्सीजन चोर’ तो चिल्लाने लगे वैक्सीनेशन
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि, दिल्ली में ऑक्सीजन से लेकर वैक्सीनेशन तक के सफर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल दो ही काम करते नजर आ रहे हैं। पहला-
सुबह उठकर कोविड सेंटर्स पर फोटो खिचवाना और दूसरा, शाम को प्रेस कांफ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाना। सारिका ने कहा कि, पहले तो वे ऑक्सीजन-ऑक्सीजन की राजनीति करते रहे। लेकिन, जब ख़ुद के लोग कालाबाज़ारी करते पकड़े गए तो वैक्सिनेशन की कमी का रोना रोना स्टार्ट कर दिया।
मौतों की ज़िम्मेदार केजरीवाल सरकार
भाजपा प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि, जब दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान जा रही थी, तो दिल्ली की केजरीवाल सरकार केंद्र द्वारा भेजे गए ऑक्सीजन टैंकर लौटा रही थी क्यूँकि उन्होंने इसको स्टोर करने की कोई व्यवस्था ही नहीं की। ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई मौतों के लिए केवल केजरीवाल सरकार ज़िम्मेदार है।
दिल्ली वालों के लिए कुछ भी नहीं किया
सारिका ने जारी वीडियो में कहा है कि, केस लॉकडाउन के कारण कम हुए है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने एक साल में न तो एक भी वेंटिलेटर ख़रीदा और न ही होम आईसोलेशन में डॉक्टर और टेस्ट मरीज़ों के घरों पर भेज पाए। और तो और, अभी तक फ़्रान्स के 21 प्लांट भी नहीं लगे। एक भी क्राईजोनिक टैंकर भी नहीं ख़रीदा गया। केजरीवाल ने दिल्ली वालों को बचाने के लिए कुछ भी नहीं किया।
वैक्सीन से ज़्यादा विज्ञापन का बजट
अंत में, भाजपा प्रवक्ता ने वैक्सीन को लेकर केजरीवाल सरकार को जमकर रौंदा। सारिका ने कहा कि, वैक्सीन का बजट 50 करोड़ और दिल्ली सरकार का विज्ञापन बजट 1000 करोड़।
एक तरफ़ तो दिल्ली सरकार चिल्ला रही थी कि केंद्र हमारे साथ भेद भाव कर रही है।
यह क्रिमिनल नेग्लिजेन्स का केस है।