इंदौर: देश में कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने एक आरटीआई अर्जी पर जवाब दिया है कि मुद्रा नोटों के जरिए महामारी का संक्रमण फैलने की आशंका के बारे में उसके पास जानकारी उपलब्ध नहीं है.
नीमच के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बुधवार को कहा कि उन्होंने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत आईसीएमआर से इस संबंध में विस्तार से जानकारी मांगी थी कि क्या मुद्रा नोटों के जरिये भी कोरोना वायरस संक्रमण फैल सकता है?
गौड़ के मुताबिक इस सवाल पर उन्हें 16 नवंबर (सोमवार) को जवाब दिया गया, ‘‘मांगी गयी सूचना आईसीएमआर के पास उपलब्ध नहीं है.’’ बहरहाल, आईसीएमआर का यह जवाब ऐसे वक्त आया है जब देश में कोविड-19 के मामले 89 लाख के पार पहुंच गए हैं.
हालांकि, इनमें से 83 लाख से अधिक लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 93.52 प्फीसदी हो गई है.
गौरतलब है कि देश में कोविड-19 का प्रकोप शुरू होने के बाद से ही कारोबारी संगठन मुद्रा नोटों के जरिये कोविड-19 फैलने को लेकर शंका का इजहार करते हुए सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करते रहे हैं.
देश में कोरोना की स्थिति
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस महामारी के 38 हजार 617 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 474 लोगों की मौत हुई है. देश में अबतक कोरोना वायरस के 89 लाख 12 हजार 908 मामले दर्ज हो चुके हैं.
हालांकि यूरोप के कई देशों और अमेरिका में लगातार तेजी से बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर भारत में कोरोना के मामले कम दर्ज हो रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक कोरोना वायरस से एक लाख 30 हजार 993 लोगों की मौत हो चुकी है. अब देश में चार लाख 46 हजार 805 लोगों का इलाज चल रहा है.
वहीं, अबतक 83 लाख 35 हजार 110 लोग इस महामारी से ठीक हो चुके हैं. कल 44 हजार 739 लोग ठीक होकर अपने घर गए.