नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही उनके भाजपा में शामिल होने जारी अटकलों पर कैप्टन ने पूरी तरह विराम लगा दिया है और उन्होनें यह साफ कर दिया है कि अब वह कागेंस का साथ छोड़ रहे हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ उन्होंने ये भी कह दिया बीजेपी में भी शामिल नहीं होंगे। कैप्टन ने काग्रेंस के द्वारा किए अपमान को याद करते हुए कहा कि ‘ मैं इतना अपमान नहीं सह सकता.. ‘
कैप्टन की अमित शाह से मुलाकात
कैप्टन के इस्तीफे के बाद मंगलवार को कैप्टन दिल्ली पहुंचे। लेकिन वह दिल्ली कांग्रेस के किसी नेता से नहींं बल्कि गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे। गृह मंत्री से उनकी मुलाकात के बाद सियासी सरगर्मी और तेज हो गई। अमित शाह के बाद आज कैप्टन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात की। उनकी आज की यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली। जिसके बाद से लगने लगा था कि शायद कैप्टन बीजेपी में शामिल हो जाएंगे लेकिन अमरिंदर ने साफ कर दिया है कि वह भले ही काग्रेंस छोड़ रहे हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वह बीजेपी में शामिल होंगे।
18 सितंबर को बाद से शुरु हई राजनीतिक दांव पेच
18 सितंबर को कैप्टन ने अपने अपमान के बदले और काग्रेंस आलाकमान के कहने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे थे कि कैप्टन बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू अपना इस्तीफा वापिस लेने को तैयार नहीं है। खबर हे कि अगर आज उन्होंने अपना इस्तीपा वापिस नहीं लिया तो उनकी जगह किसी और को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया जाएगा।