कांग्रेसी सांसद के हरसिमरत कौर बादल से तीखे सवाल
नई दिल्ली। सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जहां एक तरफ विपक्ष एकजुट होकर सरकार के खिलाफ लड़ने का दावा करती है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां कांग्रेस और अकाली दल आपस में ही भिड़ रहे हैँ। किसानों के मुद्दे को लेकर आए दिन विपक्ष की तरफ से संसद में नारेबाजी होती है, इसी बीच अकाली दल के नेता भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को भी संसद के गेट पर अकाली दल के प्रदर्शन के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के बीच तीखी बहस हो गई।
अकाली दल का ‘नकली’ प्रदर्शन
हरसिमरत बादल पर तीखे आरोप लगाते हुए रवनीत बिट्टू ने उनके संसद के बाहर चल रहे प्रदर्शन को झूठा करार दिया। संसद के बाहर कनक की बाली हाथ में लेकर किसानों की आवाज उठा रहे थे।रवनीत ने हरसिमरत पर तीखे वार करते हुए कहा कि जब वह मंत्री थी तब तो उन्होंने कृषि कानूनों को संसद में पारित करवा दिया। और जब जनता ने इसका विरोध किया तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी इस टिप्पणी पर हरसिमरत कौर ने कहा कि मैं मंत्री नहीं थी। इस पर रवनीत बिट्टू ने कहा कि आप झूठ बोल रही हैं। हरसिमरत ने कहा कि हमने पद से इस्तीफा दे दिया था।
वार-पलटवार का सिलसिला
हरसिमरत के इस जवाब पर रवनीत ने कहा, ‘आपने मंत्री रहते हुए कोई विरोध नहीं किया। बिल पास हो गया और कुछ नहीं कहा। फिर घर आकर इस्तीफा दिया।’ हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि आपके भागने की वजह से ऐसा हुआ था। बादल ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद छोड़ दी और कांग्रेस के वॉकआउट की वजह से बिल पास हुए।
बिट्टू के हरसिमरत पर तीखे वार
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, ‘ये लोग ड्रामा कर रहे हैं। पूरी तरह से झूठे हैं ये लोग। बिल पारित होने के दो महीने बाद तक सुखबीर सिंह बादल और प्रकाश सिंह बादल गायब रहे।’ यही नहीं केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की बजाय आपस में उलझने के सवाल पर बिट्टू ने कहा कि इनके साथ हम कैसी एकता करें? इन्हीं लोगों ने तो संसद में बिल पारित कराए थे और अब विरोध का रोज ड्रामा करते हैं। गौरतलब है कि पंजाब की राजनीति में अकाली दल और कांग्रेस के बीच सीधी मुकाबला रहता है और दोनों राज्य में एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं।