अमर भारती : लालगंज में सार्वजनिक निर्माण विभाग और नेशनल हाइवे की सडके गड्ढा युक्त होकर खुले आम मौत को दावत दे रही है।लेकिन सरकारी अधिकारी इतने लापरवाह और मदमस्त हो गये है कि उन्हे तालाब हो गयी सडके दिखायी नही पड रही है। तभी तो सडको के खड्ढो की मरम्मत नही की जा रही है।लालगंज नगर पंचायत तिराहा ,करूणा बाजार चौराहा व लालगंज नगर का यापाल कपूर मार्ग हो या पानी की टंकी तिराहे से लेकर बाई पास रोड,गांधी चौराहा,पौाला सहित सेमरपहा गांव के अन्दर नेशनल हाइवे की सडके पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है।
बदहाल मार्ग से आवागमन मे लोगो को भारी परेशानी उठानी पड रही है।गेगासो,अम्बारा,रालपुर,दो सडका,खजूरगांव की तरफ से लालगंज व रायबरेली को जाने वाले लोगो को इन बदहाल कीचड भरे मार्गां से होकर गुजरना पडता है,जिससे लोगो को आवागमन मे भारी असुविधा उठानी पड रही है।
गत माह डीएम के लालगंज तहसील दिवस मे आने पर सडक ठीक कराये जाने के बाबत प्रार्थना पत्र भी दिया गया था लेकिन नेशनल हाइवे के अधिकारियो ने थोडी बहुत गिट्टी डालकर सडक ठीक कराने का फरमान जारी कर दिया था। लेकिन सडक जस की तस गड्ढा युक्त है।वर्तमान मे हो रही बारिश के चलते लोग सेमरपहा से लेकर गांधी चौराहा और बाई पास रोड के खड्ढो मे गिरकर चोट खा रहे है।
जिसके कारण जाम भी लग जाता है, लेकिन नेशनल हाइवे और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियो को खराब सडके दिखायी नही पड रही है।वे दो चार मौतो के होने का इंतजार कर रहे है। क्योंकि हिन्दुस्तान मे सरकारी अमला तभी नींद से जागता है जब दुर्घटना होती है और दो चार मौत की नींद सो जाते है।