दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लागू होगी नई शिक्षक व्यवस्था

अमर भारती : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अब एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है जिसके अनुसार अब से एक कक्षा में एक ही विषय के दो शिक्षक होंगे। यह व्यवस्था उन कक्षाओं में लागू होगी, जब दो कक्षाओं का विलय एक कक्षा के रूप में किया जाएगा। ऐसा 10वीं तक की कक्षाओं के लिए होगा और दो शिक्षकों का प्रत्येक पीरियड में रहना अनिवार्य होगा। शिक्षा निदेशालय का मानना है कि एक कक्षा में छात्रों की अधिक संख्या होने से एक शिक्षक के लिए सभी छात्रों को समय दे पाना आसान नहीं होता है।

उपशिक्षा निदेशक (स्कूल) की ओर से सरकारी स्कूलों के प्रमुखों को कक्षाओं के विलय करने से संबंधित दिशा-निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में कभी-कभी एक विषय के लिए दो कक्षाओं का विलय कर दिया जाता है। ऐसे में एक सेक्शन बनने पर एक ही शिक्षक द्वारा शिक्षा ली जाती है। निदेशालय ने निर्णय लिया है कि जब भी 10वीं तक की किसी कक्षा का विलय किया जाता है तो प्रत्येक पीरियड में एक ही विषय के दो शिक्षक होंगे।

स्कूल प्रमुख को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह छात्रों की आवश्यकता के अनुसार विषय शिक्षकों के बीच कार्य आवंटन करें। इससे दोनों शिक्षक बच्चों के सीखने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। इससे यह लाभ होगा कि प्रत्येक बच्चे को उसके सवालों के जवाब मिल सकेंगे। इससे उनकी सीखने की क्षमता में भी सुधार होगा।

दिल्ली में लगभग 1100 सरकारी स्कूल हैं। तय मानक के अनुसार एक कक्षा में करीब 45 विद्यार्थी होने चाहिए, लेकिन संख्या अधिक होने के कारण एक कक्षा में आमतौर पर 60 से 80 बच्चे पढ़ते हैं। शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए कक्षा विलय का निर्णय लिया गया है।