मौत के चार साल बाद मिला डॉ एके बंसल को इंसाफ

नई दिल्ली। चार साल पुरानी इस असाधारण वारदात ने संपूर्ण इलाहाबाद शहर को हिलाके रख दिया था। वारदात ने कुछ इस प्रकार लिया कि, 12 जनवरी 2017 को शहर के जीवन ज्योति अस्पताल के मालिक डॉक्टर एके बंसल की इमरजेंसी क्लिनिक के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

हत्या के चार साल बाद मिला इंसाफ

प्रयागराज जिले में चार साल पहले घटित इस एक हाई प्रोफाइल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी एसटीएफ ने जीवन ज्योति हॉस्पिटल के मालिक एके बंसल की हत्या के मास्टरमाइंड और 50 हजार के इनामी आलोक सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात की वजह मामले की छान बीन के दौरान अशोक सिन्हा का नाम आया था। तफ्तीश का दौरान ये मालूम हुआ की डॉ एके बंसल का बेटे का डीएम नेफ्रोलॉजी में एडमिशन होना था।
इसी तरह का कंफर्मेशन पाने के लिए उनका आलोक सिन्हा से 55 लाख रुपये का सवाल चल रहा था। इस चर्चा के कारण, डॉ बंसल ने आलोक सिन्हा के खिलाफ एक तर्क का दस्तावेजीकरण किया। जिसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस ने उस समय आलोक सिन्हा को पकड़कर जेल भेज दिया।

जांच के दौरान खुली कई परतें

जिस समय आलोक सिन्हा जेल में थे, वहां उनकी दिलीप मिश्रा से दोस्ती हो गई। मिश्रा एक बेहद चालाक कानून तोड़ने वाला था। वहीं से आलोक सिन्हा ने डॉ. बंसल को रास्ते से हटाने की चर्चा की थी। जांच के दौरान यूपी एसटीएफ को पता चला कि डॉक्टर एके बंसल की हत्या के लिए 70 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। विशेषज्ञ की हत्या के बाद पुलिस आलोक सिन्हा की तलाश कर रही थी। इस वजह से सीमित जानकारी के आधार पर बुधवार को यूपी एसटीएफ की टीम ने 50 हजार के इनामी आलोक सिन्हा को प्रयागराज के किडगंज थाना क्षेत्र से पकड़ लिया. फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

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