नई दिल्ली। कानपुर देहात के राजपुर थाना क्षेत्र की निवासी एक नाबालिग लड़की ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। किशोरी को उपचार के लिए कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत गंभीर है। राजपुर के थाना प्रभारी पर लड़की के साथ गलत हरकत करने का आरोप लगाते हुए उसकी मां ने थाना प्रभारी को बेटी की हालत का जिम्मेदार बताया है।
किशोरी की मां का आरोप
सुत्रों के मुताबिक किशोरी चौदह साल की है। किशोरी की मां का आरोप है कि थानेदार ने उसकी बेटी के साथ ऐसी हरकत कर दी कि उसने घर आकर जहर खा लिया। पुलिस अधिकारी अब इस मामले पर सफाई दे रहे हैं कि लड़की से थाने में सीसीटीवी के सामने पूछताछ की गई थी। किशोरी की मां ने राजपुर थाने के थानेदार विनोद पर कई दिनों से अपनी लड़की को परेशान करने का गंभीर आरोप लगाया और कहा कि वे उसे थाने बुलाकर अकेले में पूछताछ करते थे। रविवार को पूछताछ के दौरान थानेदार ने लड़की का मोबाइल मांगा। लड़की ने फोन देने से इनकार किया तो थानेदार ने उसकी कॉलर पकड़कर उससे छीन लिया और अभद्र तरीके से व्यहवार किया ।महिला के मुताबिक किशोरी पूरे रास्ते यही रटते आई कि मेरे साथ आज तक किसी ने ऐसा व्यवहार नहीं किया है जिसकी वजह से किशोरी ने घर आकर जहर खा लिया।
पुलिस का बयान
दुसरी तरफ अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि 24 घंटे से बच्ची की बॉडी में कोई भी हरकत नहीं हुई है। कानपुर देहात के एडिशनल एसपी घनश्याम चौरसिया ने इस मामले पर बयान जारी किया है कि लड़की को एक सैनिक की पत्नी की फेसबुक आईडी की जांच के मामले में थाने बुलाया गया था। उसके साथ लेडीज सिपाही के सामने पूछताछ हुई थी। उससे फोन मांगा गया था लेकिन जब उसने फोन नहीं दिया तो उसे घर भेज दिया गया।
पुलिस अधिकारी पर अब सवाल उठाए जा रहे
फिलहाल लड़की को अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। इसी बीच पुलिस पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं कि तीन दिन से थानेदार लड़की को ही क्यों फोन कर रहे थे? वह उसके मां-बाप को भी फोन कर सकते थे। इस मामले की किसी महिला अधिकारी से जांच क्यों नहीं करवाई जा रही थी? हालांकि पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।