गोंडा मेडिकल कॉलेज का जल्द होगा विस्तार, अस्पताल में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध

गोंडा। जिला मेडिकल कॉलेज गोंडा के प्रिंसिपल प्रोफेसर धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज का काया-कल्प किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में जलभराव की समस्या को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है और जल्द ही इसका स्थायी समाधान किया जाएगा। प्रिंसिपल ने कहा कि अब सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाओं को लेकर किसी मरीज को परेशानी नहीं होगी। आने वाले समय में कॉलेज का व्यापक विस्तार किया जाएगा ताकि जिले और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को और बेहतर सुविधा मिल सके।

सीनियर डॉक्टर एवं वरिष्ठ सर्जन डी.एन. सिंह ने कहा कि अस्पताल में सभी जीवन रक्षक दवाएं पूरी तरह से उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अगर किसी मरीज को फालिज (स्ट्रोक) का अटैक पड़ता है तो उसे जिले से बाहर ले जाने की जरूरत नहीं होगी। यदि मरीज दो से तीन घंटे के भीतर मेडिकल कॉलेज पहुंचता है तो उसका उपचार एक विशेष इंजेक्शन के जरिए तुरंत किया जा सकता है और मरीज को अधिकतम लाभ मिल सकता है। डॉक्टर सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि जीवन रक्षक दवाओं से लेकर स्ट्रोक के मरीजों के लिए जरूरी दवाएं पूरी तरह नि:शुल्क दी जा रही हैं, इसमें किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता।

प्रेस वार्ता के दौरान जब अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठे तो मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर कोटास्थाने ने कहा कि कई गंभीर मामलों में संबंधित डॉक्टरों को लिखित चेतावनी दी गई है। यदि भविष्य में सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि मरीजों की देखभाल में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने के साथ सीएमएस डॉ. अनिल कुमार, वरिष्ठ सर्जन डॉ. डी.एन. सिंह तथा मेडिकल सुपरिटेंडेंट और एचओडी जनरल सर्जरी गोंडा भी मौजूद रहे।