भारत ने कोविड-19 के दोहन के बजाय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराईं

 

#न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि जहां कुछ देश आतंकवाद का प्रसार करने और आक्रामक नीतियों को अपनाने के लिए वैश्विक महामारी कोविड-19 का लाभ उठा रहे हैं, वहीं नई दिल्ली द्वारा जरूरतमंद देशों को चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

वहां स्वास्थ्य क्षमता को मजबूत करने और कोरोना से पैदा हुई भयंकर स्थिति को संभालने करने का प्रयास किया जा रहा है।

भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी कोष ने कोरोनावायरस महामारी के बीच नौ विकासशील देशों को आर्थिक रूप से मदद का हाथ बढ़ाया है, ताकि ये भी चिकित्सा से जुड़ी आवश्यक सामग्रियों व सुरक्षात्मक उपकरण की खरीदारी कर सकें और साथ ही साथ अपने यहां हुए सामाजिक व आर्थिक नुकसान का भी सामना कर सकें। इस साझेदारी कोष की तीसरी वर्षगांठ सोमवार को ही मनाई गई है।

वर्चुअल तरीके से इसका जश्न मनाए जाने के दौरान तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत ने अन्य देशों को सहायता मुहैया कराने और उनके मांग की आपूर्ति से संबंधित परियोजनाओं को प्राथमिकता दी और ऐसा करते हुए उसने विकासशील देशों के सामने कोई भी शर्त नहीं रखी और न ही उन्हें कर्ज में डुबोया।

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उन्होंने आगे कहा कि अन्य देशों के विकास में मदद का हाथ बढ़ाने की भारत की यह सोच स्वामी विवेकानंद के दृष्टिकोण से प्रेरित है।

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कोविड-19 के मद्देनजर सहायता प्राप्त करने वाले देशों में एंटीगुआ और बार्बूडा, गुयाना, किरिबाती, नाउरू, पलाऊ, सेंट लूसिया, सोलोमन द्वीप, टोंगा और तुवालु शामिल हैं।