
बहराइच। इंडो–नेपाल बॉर्डर रुपईडीहा पर विदेशी नागरिकों के लगातार पकड़े जाने से सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ गई है। गत 2 दिसंबर 2023 को एसएसबी ने चाइनीज महिला ली जिन मेयी उर्फ ली शिन मेयी पुत्री ली यू हाई को बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। महिला ने चीन का पासपोर्ट और नेपाल का वीजा प्रस्तुत किया, लेकिन भारत प्रवेश के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सकी। मामले में एडीजीसी क्रिमिनल प्रमोद कुमार सिंह ने ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत कार्रवाई करते हुए उसे विदेशी अधिनियम 14A में 8 वर्ष के साधारण कारावास व 50 हजार रुपये आर्थिक दंड से दंडित कराया।

15 नवंबर 2025 को एक और मामला सामने आया, जिसमें ब्रिटिश पासपोर्ट होल्डर व ओसीआई कार्ड धारक सुमित्रा शकील ओलिविया पुत्री जान फ्रेडरिक (मूल रूप से उडुपी, कर्नाटक निवासी) को बॉर्डर क्षेत्र में संदिग्ध रूप से पाया गया। उसके साथ 35 वर्षीय हस्सन अम्मान सलीम पुत्र मोहम्मद सलीम (पाकिस्तानी मूल), निवासी मैनचेस्टर, यूके भी मौजूद था। विभिन्न एजेंसियों की पूछताछ के बाद दोनों को एसएसबी व स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय बहराइच भेज दिया।
इमिग्रेशन कार्यालय रुपईडीहा के अनुसार, तीसरे देशों के नागरिकों के लिए रुपईडीहा–नेपालगंज बॉर्डर कोरोना काल से ही ऊपरी निर्देशों के चलते बंद है। काठमांडू से नेपालगंज आने वाले विदेशी नागरिकों को इसके बारे में स्थानीय नेपाली इंटेलिजेंस द्वारा भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती। पकड़े गए विदेशियों के मामलों में भारतीय एजेंसियां व विदेश मंत्रालय संबंधित देशों से जानकारी प्रायः नहीं लेता, फिर भी भारतीय कानून के अनुसार इन विदेशी नागरिकों पर कार्रवाई होती रहती है।
रुपईडीहा में एक और बड़ा मामला तब सामने आया जब एसएसबी 42वीं वाहिनी की बीओपी पर तैनात उप निरीक्षक उपेंद्र सिंह रावत व उनकी टीम ने पिलर संख्या 651/07 से लगभग 60 मीटर भारतीय क्षेत्र में मोबाइल से वीडियो बनाते हुए एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। एटीएस प्रभारी उपनिरीक्षक रत्नेश कुमार यादव की टीम भी मौके पर मौजूद रही। पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया व्यक्ति सिर्फ चाइनीज भाषा जानता है। ट्रांसलेटर ऐप के जरिए उसकी पहचान 49 वर्षीय लिऊ कुंजिंग, प्रांत हुवांग, चीन के रूप में की गई। बाद में विभिन्न सिस्टर एजेंसियों ने उससे विस्तृत पूछताछ की।
सामान की बरामदगी में उसके पास से 3 मोबाइल फोन, एक प्लाइटेक ट्रांसलेटर, चीनी पासपोर्ट, पाकिस्तान, नेपाल व वियतनाम के वीजा, यूनिपे कार्ड, नेपाल का मैप, 8,950 पाकिस्तानी मुद्रा, 15,235 नेपाली मुद्रा, 8,506 चीनी मुद्रा तथा चीन, नेपाल और पाकिस्तान के सिक्के बरामद हुए। जांच में यह भी सामने आया कि वह 29 अक्टूबर से 10 नवंबर तक पाकिस्तान में रहा और उसके बाद नेपाल होते हुए रुपईडीहा पहुंचा, जहां एसएसबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायालय बहराइच भेज दिया गया।