क्या कोविडशील्ड है सुरक्षित?

नई दिल्ली। एक तरफ कोरोना के केस कम होने का नाम नहीं ले रहे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ब्रिटेन के शोधकर्ता ने एक शोध में बताया कि आक्सफोर्ड विश्वविधालय और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविडशील्ड वैक्सीन से शरीर में एंटीबॉडीज बनती है जो कोरोना से लड़ने में सक्षम होती है। और ये आपको जीवन भर सुरक्षित रख सकती है। भारत में दो वैक्सीन दी जा रही है जिसमें एक स्वनिर्मित कोवैक्सीन दूसरी कोविडशील्ड है। ज्यादातर लोगों को कोविडशील्ड की डोज दी जा रही है जो कोरोना के ज्यादातर वैरिएंट से लड़ने में असरकारक है। कोविडशील्ड लगने के बाद शरीर में एंटीबॉडीज बनते है जो की कोरोना से लड़ने में कारगर होते है।

किस तरह कोविडशील्ड लाइफटाइम सुरक्षित रख सकती है?

ब्रिटेन के शोध के अनुसार कोविडशील्ड वैक्सीन के लगने के बाद शरीर में एंटी बॉडीज बनने लगते है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को इस तरह से बढ़ता है कि शरीर में टी-कोशिकाओं की मात्रा बढने लगती है जोकि जीवन काल आपको कोविड संक्रमण से दूर रखेगी। टी- कोशिकाओं को फाइब्रोब्लास्टिक रेटिकुलर सेल कहा जाता है। यदि आपके शरीर में भरपूर मात्रा में टी-कोशिका मौजूद होती है तो ये वायरस को खत्म कर सकती है। कोविडशील्ड की पहली डोज 76 प्रतिशत असरकारक है और दूसरी डोज 81.3 प्रतिशत प्रभावशाली है।

नये वैरिएंट पर कितनी असरदार?

पूरी दुनिया में कोरोना के कई तरह के वैरिएंट सामने आ रहे है। शोध में बताया गया है कि कोविडशील्ड वैक्सीन कोरोना के डेल्टा और अल्फा वैरिएंट से भी सुरक्षा देगी। शोधकर्ता का कहना है कि कोविडशील्ड की दोनों खुराक कोरोना के डेल्टा वैरिएंट पर 63 प्रतिशत सुरक्षित है। वहीं अल्फा वैरिएंट पर 74 प्रतिशत असरकारक है।

विशेषज्ञों की राय
बायोलॉजिस्ट पविथ्रा वेंकटागोपाल के मुताबिक कोविड शील्ड कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावशाली है लेकिन ये कहना मुश्किल होगा कि वैक्सीन से आपको उम्र भर इम्युनिटी मिलेगी या नहीं क्योकि वैक्सीन का असर इम्युनिटी सिस्टम पर निर्भर करता है जो हर व्यक्ति में अलग अलग होता है। बैकाकं में प्रमोद कुमार के द्वारा बनाई एक टीम ने भारत की एक स्टडी को रिर्पोट किया जिसके अनुसार कोविडशील्ड डेल्टा वेरिएंट पर 63 प्रतिशत असरदार है। कोविडशील्ड की दोनो डोज के बाद 2 से 3 सप्ताह में इम्यूनिटी बनती है, अब डॉक्टर और शोधकर्ता इस शोध के आधार पर इस बात का पता लगाने में जुटे है कि क्या सही में वैक्सीन लगने के बाद ताउम्र कोरोना से सुरक्षा मिल सकती है।