JNU : छात्रों ने निकाला मार्च..पर लागू है धारा 144

अमर भारती :जेएनयू में हास्टल फीस और अन्य मुद्दों पर बढ़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा आज जहां जेएनयू छात्र संघ संसद तक मार्च निकाल रहें वहीं कैंपस के बाहर धारा 144 लगे होने के कारण छात्रों और पुलिस में छड़प देखने को मिली ।

दरअसल आज जेएनयू के छात्र यूनियन संसद तक मार्च निकाल रहे पर पुलिस प्रशासन का कहना है कि जेएनयू छात्रों को पार्लियामेंट तक नहीं जाने दिया जायेगा हालांकि पार्लियामेंट के बाहर भी धारा 144 लगी हुई है । इन सब के बावजूद जेएनयू परिसर से छात्र मार्च टू पार्लियामेंट निकाल रहे, और टू सेव पब्लिक एजुकेशन का नारा लेकर छात्र कैंपस के बाहर मार्च निकालने लगें ।

इसके पहले पुलिस प्रशासन का कहना था कि छात्रों को जेएनयू कैंपस के 1 किलोमीटर के दायरे के भीतर ही रोकने का प्रयास किया जायेगा पर पुलिस का प्रयास विफल रहा और छात्रों का हुजूम बेर सराय पर लगाए गए पुलिस की आखिरी बैरिकेड तक पहुंच गया छात्र बैरिकेड के ऊपर चढ़ गए हैं और आखिरी बैरिकेड को भी तोड़ने की कोशिश करने लगे । पुलिस प्रशासन ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे कई छात्रों को हिरासत में लिया ।

आखिर क्या चाहते हैं छात्र !

फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) स्टूडेंट्स का संसद मार्च शुरू हो हुआ तकरीबन 2 से 3 हजार स्टूडेंट मार्च निकाले । छात्रसंघ की ओर से जारी पर्चे में कहा गया है कि फरवरी 2019 के सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक सेकेंड्री और हायर से 94,036 करोड़ रुपयों का इस्तेमाल नहीं किया गया. सीएजी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 7298 करोड़ रुपये रिसर्च और विकास कार्यों में खर्च होने थे जो नहीं हुए । प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हमारी मांगें नहीं मानी जा रही है. इसलिए हम संसद तक मार्च निकाल रहे हैं । छात्रसंघ का दावा है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी ने पब्लिक फंडेड एजुकेशन के दरवाजे विदेशी और कॉर्पोरेट शिक्षा के लिए बंद कर दिए हैं. क्या इसी वजह से ऐसा हुआ है. 5.7 लाख करोड़ बैड लोन और 4 लाख करोड़ टैक्स रिबेट्स कॉर्पोरेट को दिए गए. लेकिन पब्लिक फंडेड एजुकेशन के लिए कुछ नहीं दिया गया । वहीं हास्टल फीस में इजाफा और छात्रों पर लगाये गये नए नियम से छात्र प्रशासन के खिलाफ मार्च निकाल रहे हैं ।

कितना तैयार था प्रशासन !

सुरक्षा के लिये दिल्ली पुलिस के कंपनी की 9  फोर्स लगाये गये हैं, जिसमें पैरा मिलिट्री के फ़ोर्स शामिल हैं । इसके लिये करीब 1200 पुलिस कर्मी तैनात किये गयें हैं ।

रिपोर्ट – शक्ति ओझा