नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस में भारत के पहले स्मॉग टॉवर का उद्घाटन किया। प्रदूषण से लड़ने की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। इस तकनीक को अमेरिका से आयात किया गया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि कनॉट प्लेस स्थित स्मॉग टॉवर हर सेकेंड में 1,000 क्यूबिक मीटर हवा को शुद्ध कर सकेगा।
टॉवर के संचालन की निगरानी के लिए साइट पर नियंत्रण कक्ष स्थापित
उन्होंने कहा कि टॉवर को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित किया गया है और शुरुआती रुझान एक महीने के भीतर उपलब्ध होंगे। यदि पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है, तो राष्ट्रीय राजधानी में और अधिक स्मॉग टावर लगाए जाएंगे। इससे पहले, अधिकारियों ने कहा था कि स्मॉग टॉवर के चालू होने के बाद इसकी प्रभावशीलता का पता लगाने के लिए दो साल का पायलट अध्ययन किया जाएगा। स्मॉग टॉवर के संचालन की निगरानी के लिए साइट पर एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
20 करोड़ की लागत से बना स्माॅग टॉवर
यह टॉवर 24 मीटर ऊंचा है। एक किलोमीटर के दायरे की हवा को खींचेगा और नीचे पंखों से शुद्ध हवा को रिलीज करेगा। इसकी हवा को साफ करने की क्षमता 1000 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड है।इसकी मदद से पीएम 10 और पीएम 2.5 की मात्रा को कम किया जा सकेगा। 20 करोड़ रुपये के टॉवर की लागत से बने इस टॉवर को दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है।