जानिए कौन से हैं भारत के अद्भुत, अकल्पनीय मंदिर

आज हम आप को भारत के अद्भुत मंदिरों के बारे में बताएंगे। जिसे सुन कर आप भी वहां जाना चाहेंगे।


पर्यटकों को रास आते मंदिरभारत उन गिने-चुने देशों में से एक है, जहां हर वर्ग और समुदाय के लोग शांतिपूर्वक एक साथ रहते हैं। वैसे अपनी भारत यात्रा के दौरान पर्यटकों को जो चीज सबसे ज्यादा पसंद आती है तो वह हैं भारत की प्राचीनतम मंदिर। 
मंदिरों की बनावट, विशेषता, महत्व और इतिहास आदि जानने के लिए ही पर्यटक बार-बार भारत की ओर रुख करते हैं। इनमें से कई मंदिर तो ऐसे भी हैं जो कई हजारों साल पुराने हैं और जिनके बारे में जानना पर्यटकों के लिए कौतुहल का विषय है। आइए ऐसे ही मंदिरों पर प्रकाश ड़ालते हैं।

चाइनीज काली मंदिर

यह मंदिर कोलकाता में स्थित है। यह कोलकाता के टांगरा में एक 60 साल पुराना चाइनीज काली मंदिर है। इस जगह को चाइनाटाउन भी कहते हैं। इस मंदिर में स्थानीय चीनी लोग पूजा करते हैं। यही नहीं, दुर्गा पूजा के दौरान प्रवासी चीनी लोग भी इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। यहां आने वालों में ज्यादातर लोग या तो बौद्ध हैं या फिर ईसाई। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां आने वाले लोगों को प्रसाद में नूडल्स, चावल और सब्जियों से बनी करी परोसी जाती है।

ब्रह्मा मंदिर

यह मंदिर राजस्थान के पुष्कर में स्थित है। यहां भगवान ब्रह्मा का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसे पूरे विश्व में जाना जाता है। कहा जाता है कि मुगल शासक औरंगजेब के शासन काल में मंदिरों को नष्ट करने के आदेश के बाद जो एकमात्र मंदिर बचा था, वह यही है। इस मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में किया गया था। इसके निर्माण को लेकर कई रोचक कथाएं कही जाती हैं। मंदिर के बगल में ही एक मनोहर झील है, जिसे पुष्कर झील के नाम से जाना जाता है। पुष्कर झील हिन्दुओं के एक पवित्र स्थान के रूप में जानी जाती है।


हडिंबा देवी मंदिर

मनाली में हडिंबा देवी मंदिर, भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का आकर्षण इसकी संरचना है जिसे जापान की एक शैली ‘पगोडा’ से लिया गया है। यह पूरा मंदिर लकड़ी से बनाया गया है। पुरातत्वविदों की मानें तो इस मंदिर का निर्माण 1553 में किया था।


ओम बन्ना मंदिर

जोधपुर में ओम बन्ना का मंदिर अन्य सभी मंदिरों से बिल्कुल् ही अलग है। ओम बन्ना मंदिर की विशेषता है कि इसमें पूजा की जाने वाले भगवान की मूर्ति नहीं है। बल्कि, एक मोटरसाइकिल और उसके साथ ही ओम सिंह राठौर की फोटो रखी हुई है, लोग उन्हीं की पूजा करते हैं। इस मोटरसाइकिल के बारे में कहा जाता है कि इसी मोटरसाइकिल से 1991 में ओम सिंह का एक्सिडेंट हो गया था। एक्सिडेंट में ओम सिंह की तत्काल मौत हो गई। लोकल पुलिस मोटरसाइकिल को पुलिस थाने लेकर चली गई लेकिन दूसरे दिन मोटरसाइकिल वापस एक्सिडेंट वाली जगह पर पहुंच गई।


स्तंभेश्वर महादेव मंदिर

आप को बता दें कि यह मंदिर भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर है जिसकी कल्पना नहीं कर सकते। लेकिन यह बात सच है कि यह मंदिर पल भर के लिए ओझल हो जाता है और फिर थोड़ी देर बाद अपने उसी जगह वापिस भी जाता है। यह मंदिर अरब सागर के बिल्कुल सामने है और वडोदरा से 40 मील की दूरी पर है। खास बात यह है कि आप इस मंदिर की यात्रा तभी कर सकते हैं जब समुद्र में ज्वार कम हो। ज्वार के समय शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है।

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