
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर दर्ज की गई एफआईआर जारी हो गई है। इस एफआईआर के मुताबिक लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलना गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की सुनयोजित साजिश थी। मंगलवार शाम यह एफआईआर जारी की गई है। किसानों की शिकायत के आधार पर इस एफआईआर को लिखा गया है और इस में यह कहा गया है कि गृह मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशिष मिश्रा ने विरोध कर रहे किसानों की सभा में पहुंच कर फाइरिंग की जिसमें एक किसान की मौत भी हो गई।
FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू नहीं की
सवाल यह है कि धारा 302, 304, 120 बी के तहत मामला दर्ज होने के बावजूद अभी तक आशीष मिश्रा पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस एफआईआर में गृह राज्य मंत्री आशीष मिश्रा के साथ साथ 15 अज्ञात लोगों के नाम दर्ज हैं। एफआईआर के मुताबिक लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा प्रीप्लान्ड थी, जिसे MoS अजय मिश्रा और उनके बेटे की सोची समझी साजिश थी। भी आरोप है केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की ओर से ‘भड़काऊ बयानबाजी’ की गई, जिससे हिंसा भड़की और 8 लोगों की जान चली गई. रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि उस दिन किसान महाराज अग्रसेन इंटर कॉलेज के मैदान में इकट्ठे हुए थे और बनबीर जा रहे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। जब आशाष मिश्रा वहां 15-20 हखियारबंद लोगों के साथ वहां पहुंचे और किसानों पर फायरिंग की। साथ ही उनकी गाड़ी किसानों को रौंदते हुए निकल जाती है।