चार गिरफ्तार आरोपितों में से एक बीजेपी नेता भी है
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नई दिल्ली। बीती 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी नाम से देश में हलचल मचाने वाली घटना के कई दिनों बाद नए लोगों की गिरफ्तारी हुई है। काफी दिनों से खुले घूम रहे घटना के चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया।दरअसल सोमवार को लखीमपुर खीरी की पुलिस और क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम ने संयुक्त रूप से लखीमपुर घटना में किसानों को गाड़ी से रौंदने वाले चार आरोपितों को गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ़्तार हुए आरोपितों के नाम- सुमित जायसवाल, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी हैं। पुलिस की ओर से सामने आए बयान में कहा गया है कि सत्य प्रकाश त्रिपाठी से लाइसेंसी रिवॉल्वर और तीन गोलियां मिली हैं।
बीजेपी नेता है सुमित जयसवाल
इनमें सुमित जायसवाल बीजेपी का नेता है। वह किसानों को रौंदने वाली गाड़ियों में से एक गाड़ी में मौजूद था और घटना के बाद बचकर भाग निकला था। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें वह साफ दिखाई दिया था। इसके बाद मौक़े पर भगदड़ मच गई थी। ग़ुस्साए किसानों ने गाड़ियों में मौजूद लोगों पर हमला बोल दिया था। आपको बता दें कि किसानों के द्वारा एफ़आईआर दर्ज कराने के बाद सुमित जायसवाल ने भी इस मामले में एफ़आईआर दर्ज कराई थी। इसमें उसने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने आशीष मिश्रा के काफिले पर हमला कर दिया था। लेकिन किसानों को रौंदे जाने के वीडियो सामने आने के बाद जायसवाल की बात झूठ निकली थी।
अजय मिश्रा की कैबिनेट से बर्खास्तगी की मांग
लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता व कैबिनेट में मौजूद गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ की बर्खास्तगी को लेकर भी सभी विपक्षों दलों, प्रदर्शनकारी किसानों की मांग हाल ही में उठती रही है। आपको बता दें कि सोमवार को किसानों द्वारा रेल रोको आंदोलन में भी अजय मिश्रा ‘टेनी’ की बर्खास्तगी वाली मांग प्रमुख थी।