
माधोगंज (हरदोई)।गल्ला मंडी स्थित सरकारी धान खरीद केंद्रों पर सेंटर इंचार्जों की मनमानी चरम पर है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। धान बेचने पहुंचे किसानों ने बताया कि निर्धारित तिथि होने के बावजूद उनकी ट्रालियाँ सुबह से खड़ी हैं, लेकिन उनका धान नहीं तौला जा रहा, जबकि बिचौलियों के धान को प्राथमिकता दी जा रही है।
माधोगंज ब्लॉक के विश्राम निवासी बढ़नपुर फत्ते को आज धान तुलने की तारीख दी गई थी। किसान ने बताया कि वह सुबह 8 बजे से ट्राली लेकर खड़ा है, लेकिन शाम 3:30 बजे तक भी धान नहीं तौला गया। उसकी बार-बार की गुहार को सुनने वाला कोई नहीं था।
किसान का आरोप है कि जैसे ही वह तुलवाई की बात करता है, केंद्र पर मौजूद डीएमओ उसे डांटकर भगा देते हैं। इससे किसानों में भारी रोष है।
इसी तरह साथ में खड़े सेउडई गांव के ओमप्रकाश ने बताया कि उसकी ट्राली 9 तारीख से खड़ी है, लेकिन आज तक धान नहीं तौला गया। आज जब उन्होंने अधिकारियों से थोड़ा सख्त लहजे में पूछा तो डीएमओ ने उनका धान ही रिजेक्ट कर दिया, जबकि धान की क्वालिटी पूरी तरह ठीक थी।
किसानों का आरोप है कि सरकारी कर्मचारियों द्वारा ऐसा व्यवहार यह साबित करता है कि धान खरीद केंद्रों पर भ्रष्टाचार और मनमानी चल रही है।
एक तरफ सरकार किसानों को अन्नदाता कहती है, दूसरी ओर मंडी में किसानों के साथ हो रहा व्यवहार उनकी पीड़ा को और बढ़ा रहा है।
किसानों ने मांग की है कि ऐसे कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई हो और केंद्रों की निगरानी ईमानदार अधिकारियों के जिम्मे दी जाए, ताकि किसानों को न्याय मिल सके।