
कोठी। सात अलग-अलग राज्यों से भारत सरकार द्वारा नामित 32 सदस्यीय टीम में से 22 लोगों ने गुरुवार को सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के जियनपुर गांव का दौरा किया। डॉ. लखन सिंह के नेतृत्व में टीम ने मनरेगा की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया। इसकी अध्यक्षता बीडीओ सिद्धौर पूजा सिंह व सचिव दीपक कुमार ने की। तेज धूप के कारण टीम निर्धारित गांव सेमरी नहीं गई। जियनपुर से ही लौट गई। जियनपुर स्थित डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम मिनी स्टेडियम में टीम ने खिलाड़ियों से भी मुलाकात की। परिसर किनारे हर सिंदूर, रुद्राक्ष और चंदन के वृक्ष भी रोपित किए। प्रतिनिधिमंडल ने मनरेगा श्रमिक, रोजगार सेवक रफत बानो, पंचायत सहायक इरम बानो, प्रधान छम्मी और पंचायत सचिव दीपक कुमार से जाब कार्ड, मनरेगा मजदूरी और कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में पूछताछ की। उन्होंने अपने विचार भी साझा किए। टीम में छत्तीसगढ़ (6), तेलंगाना (5), त्रिपुरा (3), कर्नाटक (4), राजस्थान (3), केरला (2) और तमिलनाडु (3) से अशोक चौबे, ममता, उमादेवी, लक्ष्मी देवी, सरोज चौधरी, अमित भाठिया, उमाशंकर शाहू और अनिकेत आदि थे। बीडीओ पूजा सिंह ने बताया कि तीन दिवसीय दौरे अंतिम दिन बाराबंकी में तेज धूप चलते सेमरी गांव नहीं जा सके। जियनपुर से ही वापस लौट गए। जबकि सेमरी गांव स्थित अन्नपूर्णा गोदाम को लेकर सचिव अवस्थी द्वारा तैयारी थी। इस अवसर पर बीडीओ पूजा सिंह, सचिव संजय चौधरी, अजयनाथ गौड़, सियाराम, रविंद्र कुमार, दीपक कुमार, गीता वर्मा, सुषमा अवस्थी, पंचायत सहायक इरम बानो और रोजगार सेवक रफत बानो सहित अन्य लोग उपस्थित थे।