
लखनऊ, जून 2025। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG-2025 का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया। इस बार के नतीजों ने उत्तर प्रदेश को बड़ा झटका दिया है। पूरे देश से आई मेरिट सूची में टॉप-20 रैंक में उत्तर प्रदेश का कोई भी छात्र जगह नहीं बना पाया है, जबकि टॉप-100 में भी राज्य के केवल 4 छात्र ही शामिल हो पाए हैं। इससे प्रदेश की अकादमिक तैयारियों, गाइडेंस और कोचिंग इंडस्ट्री पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
लखनऊ निवासी मुक्तेश को राज्य से सबसे अच्छी 36वीं रैंक हासिल हुई है। उन्हें कुल 720 अंकों में से 661 अंक प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा अनंत चौरसिया को 44वीं रैंक, आयुष गौतम को 53वीं रैंक और तन्मय जग्गा को 74वीं रैंक प्राप्त हुई है। गौर करने वाली बात यह है कि इन चारों छात्रों में से कोई भी टॉप-20 में जगह नहीं बना सका, जिससे यूपी को एक बार फिर से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा में निराशा हाथ लगी है।
परीक्षा और परिणाम का विश्लेषण
NEET UG 2025 की परीक्षा प्रदेश के 744 केंद्रों पर 4 मई को आयोजित की गई थी। परीक्षा में पूरे उत्तर प्रदेश से कुल 3,33,088 छात्रों ने भाग लिया। इनमें से 1,70,684 छात्र सफल घोषित किए गए हैं। यह आंकड़ा करीब 51 प्रतिशत सफलता दर को दर्शाता है, लेकिन टॉप रैंकिंग की बात करें तो यूपी का प्रदर्शन पिछली बार की तरह कमजोर रहा।
विशेष बात यह भी रही कि फीमेल टॉपर की सूची में भी उत्तर प्रदेश का कोई नाम नहीं है। मेल कैटेगरी में भी टॉप-20 में कोई छात्र शामिल नहीं हो पाया है। एससी/एसटी कैटेगरी से भी राज्य का कोई छात्र टॉप-20 में स्थान नहीं बना सका। यह दर्शाता है कि राज्य के ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों के छात्रों को इस बार विशेष रूप से सफलता नहीं मिल पाई है।
ऑल इंडिया टॉपर: महेश केसवानी
इस वर्ष का ऑल इंडिया टॉपर राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के महेश केसवानी बने हैं। उन्होंने 720 में से 686 अंक हासिल कर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। रोचक तथ्य यह है कि महेश का संबंध उत्तर प्रदेश से भी है। उन्होंने आगरा में रहकर तीन वर्षों तक परीक्षा की तैयारी की और वहीं की कोचिंग संस्थाओं का लाभ लिया। उनके माता-पिता हनुमानगढ़ के पीलीबंगा कस्बे में सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं।
महेश केसवानी की सफलता बताती है कि मेहनत, सही मार्गदर्शन और अनुशासनिक पढ़ाई से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है, भले ही आप किसी भी राज्य से हों। उनके मुताबिक उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया और रोज़ाना 10-12 घंटे की नियमित पढ़ाई की।
रिजल्ट देखने की प्रक्रिया और वेबसाइट लिंक
NEET UG 2025 के अभ्यर्थी अपना परिणाम NTA की आधिकारिक वेबसाइट exam.nta.ac.in/NEET या neet.ntaonline.in पर जाकर देख सकते हैं। इसके लिए छात्रों को अपने आवेदन संख्या और जन्मतिथि की मदद से लॉगिन करना होगा। वेबसाइट पर छात्रों को उनका स्कोरकार्ड, ऑल इंडिया रैंक (AIR), कैटेगरी रैंक, और क्वालिफाइंग स्टेटस दिया गया है।
काउंसलिंग की प्रक्रिया
रिजल्ट जारी होने के बाद अब छात्रों की नजरें काउंसलिंग प्रक्रिया पर टिकी हैं। NEET UG स्कोर के आधार पर देशभर के MBBS, BDS और अन्य मेडिकल अंडरग्रेजुएट कोर्सेस में दाखिले के लिए मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) NEET UG 2025 काउंसलिंग आयोजित करेगी। इसमें 15% अखिल भारतीय कोटा (AIQ) की सीटों के लिए काउंसलिंग MCC द्वारा की जाएगी, जबकि 85% सीटें राज्यों की काउंसलिंग एजेंसियों के माध्यम से भरी जाएंगी।
MCC काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए अभ्यर्थियों को MCC की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद विकल्प भरना, सीट अलॉटमेंट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होगी। राज्य कोटा की काउंसलिंग संबंधित राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित की जाएगी।
यूपी का गिरता प्रदर्शन: कोचिंग इंडस्ट्री पर सवाल
NEET UG 2025 में उत्तर प्रदेश के छात्रों का प्रदर्शन एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर रहा है। यह स्थिति तब है जब लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, वाराणसी जैसे शहरों में कोचिंग संस्थानों की भरमार है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या यूपी की कोचिंग इंडस्ट्री सिर्फ बिज़नेस का केंद्र बनकर रह गई है? क्या यहां की कोचिंग क्वालिटी, गाइडेंस, और पढ़ाई का स्तर छात्रों को राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में सफल नहीं बना पा रहा?
विशेषज्ञों के अनुसार, यूपी के छात्रों को कॉन्सेप्ट क्लैरिटी, अनुशासित टाइम टेबल, और टेस्ट सीरीज पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं, स्कूल स्तर की शिक्षा और विषय अध्यापन की गुणवत्ता को भी सुधारने की ज़रूरत है।
महेश केसवानी से सीखने की ज़रूरत
महेश केसवानी की सफलता एक मिसाल है। उन्होंने कम संसाधनों के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से NEET में टॉप किया। महेश का कहना है कि वे रोज़ाना के रूटीन को बेहद अनुशासित तरीके से फॉलो करते थे और नियमित तौर पर खुद को टेस्ट के लिए तैयार करते थे। सोशल मीडिया और अनावश्यक गतिविधियों से दूरी बनाना उनकी सफलता की कुंजी रही।
आंकड़ों से सवाल और भविष्य की चिंता
NEET UG 2025 के नतीजे उत्तर प्रदेश के लिए चिंता का विषय हैं। लाखों छात्र तैयारी कर रहे हैं, लेकिन टॉप-20 में एक भी नाम न होना दर्शाता है कि कहीं न कहीं तैयारी की दिशा या गाइडेंस में कमी रह गई है। स्कूल स्तर पर वैज्ञानिक सोच और विषय की गहराई पर ध्यान देना होगा। राज्य सरकार को कोचिंग संस्थानों की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करनी चाहिए और छात्रवृत्ति, लाइब्रेरी, और शिक्षकों की ट्रेनिंग जैसी सुविधाओं पर फोकस करना चाहिए।
इस बार की रैंकिंग ने यूपी को आत्ममंथन का मौका दिया है। क्या अगली बार यह राज्य खुद को सुधार पाएगा, यह तो समय ही बताएगा।