नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने हाल ही में उत्तरी ध्रुव के सबसे करीब का जमीनी इलाके को खोज निकाला है। यह एक छोटे से द्वीप ऊडाक द्वीप के पास स्थित है। अब इस द्वीप का नाम दुनिया के सबसे उत्तरी छोर पर मौजूद जमीन के तौर पर रजिस्टर किया गया जाएगा। यह उत्तरी ग्रीनलैंड के उत्तर में स्थित है। यह मिट्टी, रेत और पत्थरों से बना हुआ है।
नए खोजे गए द्वीप में क्या है खास बात
ग्रीनलैंड के उत्तरी इलाके में स्थित ऊडाक द्वीप के पास मौजूद इस छोटे से द्वीप की खोज वैज्ञानिकों से अनजाने में हो गई। वो ग्लेशियरों और बढ़ते तापमान का अध्ययन करने उस इलाके में गए थे। वो एक द्वीप पर रुके ताकि वहां के मौसम का अध्ययन कर सकें। लेकिन जब उन्होंने अपना नक्शा देखा तो उसमे इस द्वीप का कोई जिक्र ही नहीं था। इस द्वीप के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी।
अकल्पनीय थी नई खोज
इस स्टडी टीम के लीडर और यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन में डिपार्टमेंट ऑफ जियोसाइंसेज एंड नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट के सीनियर कंसलटेंट मॉर्टेन राश का कहना है कि हमने इस जमीन के टुकड़े की हर तरह से जांच की तो पता चला कि कुछ नया खोज है। यह धरती के सबसे उत्तरी किनारे पर स्थित नया द्वीप है। जब मैंने इस जगह के कॉर्डिनेट्स सोशल मीडिया पर डाले तो दुनिया भर के द्वीप खोजकर्ता जिन्हें द्वीप हंटर्स भी कहते हैं, उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था।
जीपीएस से जुड़े हेलिकॉप्टर से गई नए द्वीप की खोज
मॉर्टेन और उनकी टीम को भरोसा नहीं हो रहा था कि उन्होंने कुछ ऐसी खोज की है। उन्हें लग रहा था हो सकता है कि उनकी जीपीएस खराब हो गया है। लेकिन तब उन्होंने दोबारा उस लोकेशन पर जीपीएस से जुड़े हेलिकॉप्टर को उड़ाया, तब भी वही कॉर्डिनेट्स सामने निकला। हेलिकॉप्टर के लिए उन्होंने टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क के वैज्ञानिकों की मदद ली थी।
यह नया द्वीप ऊडाक द्वीप से 2560 फीट उत्तर में है। यह द्वीप 98 फीट चौड़ा और 197 फीट लंबा है। यह एक फुटबॉल ग्राउंड से भी छोटा है। यह समुद्र तल से 10 से 13 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह पूरी तरह से समुद्री मिट्टी, मोरेन, मिट्टी, ग्लेशियरों द्वारा छोड़े गए पत्थरों से बना है।