भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे जिलाधिकारी सुहास एलवाई
नई दिल्ली। तोक्यो में 24 अगस्त से शुरू होने जा रहे पैरालिंपिक में इस बार बैडमिंटन खेल में नोएडा जिले के मौजूदा कलैक्टर सुहास एलवाई दिखेंगे। आए दिन सरकारी कामकाज़ की फाइलों के बोझ तले दबे जिलाधिकारी कैैसे आईएएस बनने के बाद भी टोक्यो पैरालिंपिक तक का सफर पूरा करते है। इसके पीछे उनके संघर्ष की छाप भी नज़र आती है। उन्होंने अपना आखिरी टूर्नामेंट ब्राजील ओपन (जनवरी 2020) और पेरू ओपन (फरवरी 2020) में खेला था। जहां वे स्वर्ण जीतने में कामयाब रहे। इसी प्रदर्शन के आधार उनकी वर्ल्ड रैंकिंग तीन आ गई। जिसके कारण उन्हें भारत का टोक्यो पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है।
भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम का हिस्सा होंगे सुहास
सुहास एलवाई और मनोज सरकार को बाईपाटाईट कोटा के तहत पैरालिंपिक में एंट्री मिली है। इसी के साथ पैरा बैडमिंटन टीम में इन दोनों के अलावा 5 और सदस्य भी शामिल होंगे।
पैरालिंपिक खेलने वाले पहले अधिकारी होंगे सुहास एल वाई
सुहास एलवाई देश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें पैरालिंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिला है। इससे पहले सुहास तुर्की में इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। और साल 2016 में एशिया पैरा बैडमिंटन में स्वर्ण पदक भी जीत चुके है।