नई दिल्ली। ओला फ्यूचर फैक्ट्री की कमान पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में होगी। ओला इलेक्ट्रिक के सीइओ ओर संस्थापक भाविश अग्रवाल ने घोषणा की कि ओला फ्यूचरफैक्ट्री पूरी तरह से महिलाओं द्वारा चलाई जाएगी। ओला फ्यूचरफैक्ट्री 10,000 से अधिक महिलाओं को रोज़गार देगी, जिससे यह दुनिया की सबसे बङी महिलाओं की फैक्ट्री और वैश्विक स्तर पर एकमात्र महिला आटोमोटिव निर्माण सुविधा बन जाएगी। अग्रवाल ने घोषणा में कहा कि अधिक समावेशी कार्यबल बनाने में और महिलाओं के लिए आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए ओला की यह पहली पहल है। बता दें कि यह फैक्ट्री तमिलनाडु में स्थित है जो दुनिया का सबसे बङा इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट है।
महिलाओं को बनाएगा आत्मनिर्भर
अग्रवाल के अनुसार ज्यादा इंक्लूसिव वर्कफोर्स बनाने और पूरे बोर्ड में महिलाओं को आर्थिक अवसर प्रदान करने से ही उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा जो कि आत्मनिर्भर भारत की जरूरत है। कंपनी ने कोर मैन्युफैक्चरिंग स्किल्स में महिलाओं को प्रशिक्षित और कुशल बनाने के लिए काफी निवेश किया है। महिलाओं पर ही ओला फ्यूचरफैक्ट्री में तैयार हर वाहन के संपूर्ण प्रोडक्शन की जिम्मेदारी होगी। महिलाओं को आर्थिक अवसर देकर न केवल उनका जीवन बल्कि उनके परिवार और पूरी कम्युनिटी का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। ओला इलेक्ट्रिक के अनुसार, एक बार पूरा होने के बाद, संयंत्र की वार्षिक क्षमता 1 करोङ यूनिट होगी। बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में महिला के पहले बैच को शामिल किया जा चुका हैं।