राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में विपक्ष ने गिनाई खामिया, सत्ता पक्ष के मंत्री-विधायकों ने किया बचाव
कोरोना काल में विपक्ष की हुई अनदेखी
लखनऊ। विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दल के सदस्यों ने सरकार की जमकर खामियां गिनाई। बदले में सरकार के मंत्रियों और सत्तापक्ष के विधायकों ने पिछले चार सालों में किए गए विकास कार्यो और भावी योजनाओं का उल्लेख कर सरकार का बचाव किया।
राज्यपाल की अभिभाषण चर्चा के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्द चौधरी ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण जनता को निराश करने वाला है। जिससे समाज का हर वर्ग निराश हुआ है। इसमें कोई ठोस कार्ययोजना का उल्लेख नही है। ऐसी कोई योजना नहीं है जिससे जनता को राहत मिलने का काम हुआ हो।
सारी योजनाएं पुरानी है। उन्होंने कोरोना काल के दौरान राज्य सरकार के प्रबन्धन को कुप्रबंधन बताते हुए कहा कि इस दौरान विपक्ष की अनदेखी की गयी, उससे कोई सलाह तक नहीं ली गयी।
जबकि इसके पहले जब भी कोई महामारी या आपदा आई तो पूर्व की राज्य सरकारों ने विपक्ष के साथ सर्वदलीय बैठक के बाद फैसले लिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लाकडाउन का फैसला अनियोजित था। यह फैसला उसी तरह का था जिस तरह से नोट बंदी की गयी। लाकडाउन के अचानक लिए गए निर्णय से प्रवासी मजदूरों को अपने घर तक पहुंचने में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
राज्यपाल का अभिभाषण जनता के साथ धोखा: लालजी
अभिभाषण पर जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण जनता के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को हुई दिक्कतों को सबने देखा है।
राज्य सरकार ने जनता को उसके हाल पर ही छोड़ दिया था। कानून व्यवस्था की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कानून का राज नही जंगलराज है। कानून का राज इच्छाशक्ति से होता ठोकने से नहीं। कानून का राज पक्षपात पूर्ण नहीं होना चाहिए। इस सरकार के आने के बाद कानून व्यवस्था ठप हुई है।
नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ों को देखा जाए तो अपराधों की संख्या बढ़ी है। कानून व्यवस्था तब तक नहीं सुधरेगी जब तक अधिकारियों के भरोसे रहेगें। उन्होंने कहा कि गन्ने का 10 हजार करोड़ रुपए का बकाया है और दावे बड़े-बड़े किए जाते हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सदस्य ओम प्रकाश राजभर, भाजपा की सदस्य अनुमपा जयसवाल, सुरेन्द्र सिंह, सहित अन्य दलीय नेताओं और सदस्यों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।