एक साल में एक करोड़ युवाओं को मिलेगा रोजगार

रोजगार के लिए ग्रोथ इंजन साबित हो रहा एमएसएमई: नवनीत सहगल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले एक साल में एक करोड़ से ज्यादा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। सीएम योगी ने अगले वित्तीय वर्ष में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को 80 हजार करोड़ लोन देने का लक्ष्य बैंकों को दिया है। इस धनराशि से करीब 20 लाख एमएसएमई लाभान्वित होंगी और अमूमन एक इंडस्ट्री में चार से पांच लोगों को रोजगार मिलेंगे।

एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एमएसएमई ग्रोथ इंजन साबित हो रहा है। प्रदेश में पिछले चार साल में 49 लाख एमएसएमई ने निवेश किया है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने अगले वित्त वर्ष में एमएसएमई को 80 हजार करोड़ रुपए का लोन देने का लक्ष्य दिया है। इससे 20 लाख एमएसएमई को लाभ मिलेगा और करीब एक करोड़ युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।  

कोरोना काल में युवाओं को निजी क्षेत्र में भी रोजगार दिलाने के लिए विभिन्न स्तर पर कार्य किया गया। इसी का परिणाम है कि प्रदेश सरकार के विशेष समन्वय से इस वित्त वर्ष में आवंटित लक्ष्य 61,759 करोड़ के सापेक्ष दिसंबर तक 61977 करोड़ के लोन एमएसएमई को दिए गए हैं। प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है कि योगी सरकार में एमएसएमई को अब तक का सबसे ज्यादा लोन दिया गया है और इससे लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर मिल चुके हैं। इसके अलावा सीएम योगी ने अगले वित्त वर्ष के बजट में स्वरोजगार योजना के लिए सौ करोड़ रुपए प्रस्तावित किए हैं।

निजी क्षेत्र में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

आर्थिक विशेषज्ञ बताते हैं कि योगी सरकार में एमएसएमई को बैंकों से जो सहूलियत मिल रही है। इससे सिर्फ एमएसएमई को ही नहीं लाभ मिल रहा है, बल्कि प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। इससे निजी क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।