यूपी। जेवर में ज़हरीली शराब से तीन लोगों की मौत होने के बाद लोगों के बीच हलचल मच गई है। बता दें कि अलीगढ़ और नोएडा पुलिस एक दूसरे के आमने-सामने आ गई है। अलीगढ़ के जिला अधिकारी ने जेवर पुलिस पर आरोप लगाया कि शराब कांड में अलीगढ़ को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस देशी शराब की अलीगढ़ से बरामदी दिखायी जा रही है, उस शराब की नोएडा के ठेके के नाम पर निकासी जुलाई महीने में हुई थी।
कैसे हुई थी तीन लोगों की मौत
बता दें कि अलीगढ़ के लोहागढ़ के रहने वाले विजय कुमार अपने भाई के साथ टप्पल क्षेत्र के गांव से प्लास्टिक का सामान बीनने गए थे। जिस दौरान उन्हें कूड़े से शराब की बोतलें मिली। तीनों ने शराब निकाली और पी लिया और बची हुई शराब लेकर घर आ गए। इसके बाद जेवर में आकर तीनों ने साथ मिलकर फिर से शराब पिया। शराब पीने के कुछ देर बाद तीनों की हालत काफी बिगड़ गयी। परिजनों ने आनन फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एक-एक कर तीनों की मृत्यु हो गयी।
अलीगढ़ पुलिस ने आबकारी विभाग के साथ मिलकर की पड़ताल
जैसे ही अलीगढ़ पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने आबकारी विभाग के साथ मिलकर जांच शुरू कर दिया। जांच के दौरान यह पता चला कि जो शराब पुलिस को बरामद हुई है वो नोएडा के दुकान से खरीदी गयी थी। उसका क्यूआर कोड स्कैन करने पर यह सामने आया है कि देशी शराब की निकासी नोएडा के भट्टा पारसौल ठेके के लिए जुलाई में हुई है।
विभागीय अधिकारी: जेवर पुलिस अपनी कमी को चाहती है छुपाना
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जेवर पुलिस अपनी कमी को छुपाने के लिए अलीगढ़ के पुलिस पर आरोप लगा रही है। उन्होंने जेवर पुलिस पर साजिश के तहत फंसाने का आरोप तक लगा दिया। ऐसे में अब नोएडा और अलीगढ़ पुलिस इस जहरीली शराब कांड को लेकर आमने-सामने आ गई है। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है।