दबंग भूमाफियाओं के आगे घुटने टेकता पुलिस प्रशासन

शिकायतकर्ता को दे रहे जानमाल की धमकी

देवरिया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में गुण्डे , भूमाफियाओं व दबंगों पर लगाम कस रही है परन्तु जनपद में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता से गुण्डे भूमाफियाओं का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।

जनपद में दिन दहाड़े गोलीकांड, जानमाल की धमकी देने जैसी घटनाओं ने सरकार के अमन चैन शासन प्रशासन का मखौल उड़ रहा है।

जिले के रामपुर थाना रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फुलेहरा निवासी दिनेश शर्मा द्वारा 13 जुलाई को थानाध्यक्ष रामपुर कारखाना को प्रार्थना पत्र दिया कि मेरे द्वारा गांव सभा की सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध कब्जे के संबंध में शिकायत दर्ज कराया गया था।

ऊंची पहूंच के कारण नहीं होती कार्रवाई

इसी क्रम में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा जमाए दबंगों द्वारा हमारे उपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा तथा मुझे बार बार जान माल की धमकी दी जा रही, शिकायत कर्ता ने थानाध्यक्ष रामपुर कारखाना को दिए प्रार्थना पत्र में स्पष्ट रूप लिखा है कि गांव निवासी विद्यासागर वह प्रेमसागर पाण्डेय से मुझे जान माल का खतरा है। परंतु रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे आवेदन कर्ता दिनेश शर्मा का परिवार डरा सहमा हुआ है

दहशत में जीने को मजबूर शिकायत कर्ता

दिनेश शर्मा ने राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्र अमर भारती संवाददाता से रूबरू होते हुए बताया कि गांव सभा की भूमि पर अवैध कब्जा जमाए प्रेमसागर व विद्यासागर पांडे सरकश किस्म के लोग हैं, इसके पूर्व भी गांव में छोटे मोटे झगड़ों में अवैध असलहों का प्रदर्शन कर लोगों को डराते धमकाते रहे हैं, परंतु पुलिस प्रशासन में ऊंची पहूंच होने के कारण पुलिस प्रशासन द्वारा कभी कार्रवाई नहीं की जाती।

दिनेश शर्मा ने बिलखते हुए कहा कि क्या सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे की शिकायत शासन प्रशासन से करना अपराध है , क्या पुलिस प्रशासन दबंग भूमाफियाओं के आगे घुटने टेक चुका है।

आज पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता से मेरा परिवार दिन रात दहशत में जीने को मजबूर है। मेरे और मेरे परिवार के साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है।

नहीं उठा जिम्मेदारों का फोन

मामले के संबंध में जानकारी के लेने हेतु थानाध्यक्ष रामपुर कारखाना को बार बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास विफल रहा, वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर के सीयूजी मोबाइल नंबर पर घंटी बजती रही परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया।

सीएम के सपने को धता करते जिम्मेदार

अब सवाल यह उठता है कि क्या इन्हीं जिम्मेदारों के भरोसे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राम राज्य की परिकल्पना साकार होगी, जहां पुलिस प्रशासन द्वारा पंद्रह दिनों तक शिकायतों का संज्ञान नहीं लिया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *