
गाजीपुर।जिले के नोनहरा थाने में पुलिस की बर्बर पिटाई से बीजेपी कार्यकर्ता की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि 9 सितम्बर को विभिन्न मांगों को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता थाने पर धरने पर बैठे थे। उसी दौरान पुलिस ने न सिर्फ लाठीचार्ज किया बल्कि आरोप है कि थाने का लाइट बंद कर अंदर ही प्रदर्शनकारियों को जमकर पीटा गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें पुलिस की बर्बरता साफ नजर आ रही थी।
लाठीचार्ज में घायल हुए कई कार्यकर्ताओं में से एक सियाराम उपाध्याय गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। लगातार इलाज के बाद भी आज उन्होंने दम तोड़ दिया। सियाराम की मौत की खबर मिलते ही इलाके में गुस्से का माहौल है।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से ही सियाराम की जान गई है। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे।
इस पूरे प्रकरण से न सिर्फ गाजीपुर बल्कि पूरे पूर्वांचल में सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्ष लगातार पुलिस की कार्यशैली और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहा है। वहीं बीजेपी कार्यकर्ता भी साथी की मौत से गुस्से में हैं और जल्द ही बड़े आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
लोगों का कहना है कि पुलिस की वर्दी के नाम पर यदि निर्दोष प्रदर्शनकारियों की जान ली जाएगी, तो जनता इंसाफ मांगने सड़क पर उतरने को मजबूर होगी। अब देखना होगा कि गाजीपुर प्रशासन और प्रदेश सरकार इस पूरे मामले में क्या कदम उठाती है। पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ने जांच का निर्देश दिया है।