नई दिल्ली। पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के बाद छत्तीसगढ़ में भी सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खेमे के 20 से ज्यादा विधायक दिल्ली कैम्प करने पहुंचे है। कहा जा रहा है कि वह राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ दौरे के लिए निमंत्रण देने दिल्ली आए हैं। लेकिन सियासी गलियारों में इसके बहुत से मतलब निकाले जा रहे हैं।
टी एस सिंह को सीएम बना राज्य की जनता को नाराज नहीं करेंगे आलाकमान
छत्तीसगढ़ से कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री बनाकर राज्य में सियासी हलचल पैदा नहीं करेंगे। एक आदमी को खुश करने के लिए राहुल गांधी 3 करोड़ जनता का विश्वास नहीं तोड़ेंगे। वह विधायकों के साथ दिल्ली राहुल गांधी को राज्य के दौरे का निमंत्रण देने आए हैं।
भूपेश बघेल के समर्थन में अधिकतम विधायक
खबर है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसी भी हालत में टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री बनने नहीं देना चाहते हैं । यही वजह है कि वह बार बार विधायकों के समर्थन के जरिए कांग्रेस आलाकमान को इशारा देने की कोशिश करते हैं। अभी पिछले महीने ही आलाकमान ने भूपेश बघेल को दिल्ली बुलाया था । तो उस से पहले ही उनके समर्थन में 50 से ज्यादा विधायक शक्ति प्रदर्शन करने दिल्ली पहुंच गए थे। बिना आग के धुआं नहीं उठता है। राज्य के 20 से ज्यादा विधायकों को इस तरह सिर्फ निमंत्रण देने के लिए दिल्ली पहुंचा अपने आप में एक अटपटी सी बात है। इस से यह तो साफ जाहिर होता है कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री बनाया तो छत्तीसगढ़ के सियासी हालात बी पंजाब की तरह हो जाएंगे।