नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी साल 2 मार्च को उन्हें यह पद नियुक्त किया गया था।लंबे समय से यह अटकलें भी लगाई जा रही थी प्रशांत कांग्रेस के हाथ थाम सकते हैं, जिसके लिए राहुल गांधी ने कई बैठकें भी। लेकिन अब प्रशांत ये कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिकी से अस्थायी रूप से अवकाश लेने का फैसला किया है। इसकी जानकारी प्रशांत ने एक पत्र लिखकर दी।
कैप्टन को लिखा पत्र
कैप्टन को संबोधित अपने पत्र में प्रशांत किशोर ने लिखा, ‘जैसा कि आप जानते हैं सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के मेरे निर्णय के मद्देनजर, मैं आपके प्रधान सलाहकार के रूप में जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हूं। चूंकि मुझे अभी अपने भविष्य के कार्य के बारे में निर्णय लेना है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करने की कृपा करें। इस पद के लिए मुझे चुनने और अवसर देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।’
पंजाब सरकार की तरफ से कोई पुष्टि नहीं
हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उन्हें इस्तीफा मिल गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस्तीफे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद से ही किशोर के रणनीतिकार के तौर पर अस्थायी रूप से संन्यास लेने की आशंकाएं थीं। उसके बाद से उन्होंने पंजाब का दौरा नहीं किया था, हालांकि हाल ही में मुख्यमंत्री के मल्लिकार्जुन खड़गे पैनल के सामने पेश होने के बाद उन्होंने दिल्ली में अमरिंदर से मुलाकात की थी।