पत्नी को मारने के बाद खून से लिखाः मैं पागल थी, मेरा पति निर्दोष — पुलिस ने कर्रा किया तो हत्यारे ने उगला सच

रिपोर्ट – राजेश सरकार, प्रयागराज

प्रयागराज। बारा थानाक्षेत्र में दिल दहला देने वाली वारदात में पति ने अपनी ही पत्नी की निर्मम हत्या करने के बाद पूरा मामला खुदकुशी जैसा दिखाने की कोशिश की। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने पत्नी के शव के पास उसके ही खून से लिखा — “मैं पागल थी, मेरा पति निर्दोष है।” लेकिन उसकी यह चालाकी अधिक देर तक नहीं चली और पुलिस की पैनी नजर में सब उजागर हो गया।

यमुनानगर स्थित किराए के मकान में रहने वाला रोहित द्विवेदी अपनी पत्नी सुषमा के साथ रहता था। शुक्रवार सुबह दोनों के बीच कहासुनी बढ़ी और गुस्से में रोहित ने चाकू से सुषमा का गला रेत दिया। वार इतना तेज था कि चाकू गले में ही फंस गया। हत्या के बाद रोहित ने घटना को आत्महत्या साबित करने के लिए ज़मीन पर खून से ‘सुसाइड नोट’ जैसा संदेश लिख डाला।

इसके बाद वह पीछे के गेट से निकलकर ऑफिस चला गया और वहां से मकान मालिक को फोन कर कहा कि “पत्नी फोन नहीं उठा रही, जाकर देख लीजिए।” मकान मालिक पहुंचा, दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। थोड़ी देर बाद रोहित भी घर पहुंचा और धक्का देकर कुंडी तोड़ दी। अंदर पत्नी का शव देखकर वह दिखावे के लिए जोर-जोर से रोने लगा। पहली नज़र में पुलिस को भी मामला आत्महत्या जैसा लगा, लेकिन शव पर गहरे जख्म और खून से लिखा संदेश संदिग्ध दिखा।

पुलिस ने रोहित की मोबाइल लोकेशन चेक की तो पूरी कहानी पलट गई। वह घटना के वक्त घर के आसपास ही था। हिरासत में लेकर कर्रा किए जाने पर रोहित टूट गया और सब सच उगल दिया। उसने बताया कि संतान नहीं होने से पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा था। इसी दौरान रोहित के अपनी रिश्तेदार महिला से अवैध संबंध बन गए थे। पत्नी इसके विरोध में रहती थी, इसलिए उसने उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। रोहित द्विवेदी मूल रूप से लालापुर थाना क्षेत्र के कचरा गांव का निवासी है और एनटीपीसी बारा पावर प्लांट के सुरक्षा विभाग में कार्यरत था।
सुषमा द्विवेदी की शादी वर्ष 2020 में हुई थी। दंपती के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था, जो आखिरकार इस खौफनाक हत्या में बदल गया।