रेलवे का बड़ा फैसला, 12 सितंबर से चलेंगी 80 नई स्पेशल ट्रेनें

 

देश भर में कोरोना के चलते प्रवासी मजदूरों को अपने गांव वापस लौट ना पड़ा था. लेकिन अब प्रवासी मजदूर शहरों की ओर लौट रहें है. जिसको देखते हुए रेलवे ने 12 सितंबर से 40 जोड़ी नई स्पेशल ट्रेनें शुरू करने का एलान किया है.

दिल्ली. रेलवे ने 12 सितंबर से 40 जोड़ी नई स्पेशल ट्रेनें शुरू करने का एलान किया है. इन ट्रेनों का नोटिफिकेशन आज देर शाम तक हो जाएगा.

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और पहले सीईओ विनोद कुमार यादव ने बताया कि इन 80 स्पेशल ट्रेनों को 12 सितंबर से चलाने के लिए 10 सितंबर से इनका रिज़र्वेशन शुरू कर दिया जाएगा.

 

नई स्पेशल ट्रेनों को चलाने की मुख्य वजह

रेल मंत्रालय के मुताबिक ट्रेन ऑक्यूपेंसी और लोगों के मूवमेंट के आधार पर एक नया ट्रेंड सामने आया है. इसमें ये देखा गया है कि अब प्रवासी मज़दूर तेज़ी से बड़े शहरों की ओर वापसी कर रहे हैं.

यानी जिन-जिन शहरों से प्रवासी मज़दूर करोना संकट के कारण काम छोड़कर अपने गांव-कस्बे को लौट गए थे, अब वो वापस काम के लिए शहर लौट रहें हैं.

इसको एक बड़ा आधार बनाकर रेलवे ने 12 सितंबर से 80 स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है ताकि प्रवासी मज़दूरों को काम के लिए वापस शहर पहुंचने में दिक्कत ना आए.

सुशांत केस में एक और गिरफ्तारी, NCB ने किया अरेस्ट

करोना संकट में चलाई गई थीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनें

करोना संकट के दौरान प्रवासी मज़दूरों को ही ध्यान में रखते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं जो राज्यों की मांग के आधार पर चलाई गईं थी.

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग अब ख़त्म हो गई है, हालांकि रेलवे का कहना है कि जब भी राज्यों की मांग होगी वो ये ट्रेनें चलाएंगे.

श्रमिक स्पेशल ट्रेनें नॉन एसी थीं लेकिन ये ट्रेनें राज्यों की ओर से पूर्णतया रिज़र्व ट्रेनें थीं जिनमें राज्य सरकार अपनी सूची के आधार पर प्रवासी मज़दूरों को ले जाती थी.

बेटियों की फीस के लिए पिता ने मांगी सोनू सूद से मदद, एक्टर ने कराया एडमिशन

अभी चल रही हैं 230 स्पेशल ट्रेनें, 12 तारीख़ से होंगी 310

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के बाद 12 मई को 15 राजधानी स्तर की पूर्णतया एसी ट्रेनें चलाई गई थीं. इसके बाद 1 जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं थीं जिनमें स्लीपर क्लास भी शामिल था.

ये सभी 230 स्पेशल ट्रेनें आज भी चल रही हैं. अब 12 सितंबर से 80 नई स्पेशल ट्रेनों के चलने के साथ ही ट्रेनों की कुल संख्या 310 हो जाएगी. ये सभी ट्रेनें पूर्णतया रिज़र्व ट्रेनें होंगी.