कोलकाता। देशभर में कोरोना के आंकड़े इतनी तेजी से बढ़ रहे है कि उनको काबू में कर पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या और मौतों का आंकड़ा बहुत भयावह होता जा रहा है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा आज पश्चिम बंगाल में रैलियां और रोड शो करेंगे।
बंगाल में चार चरणों का चुनाव बाकी
पश्चिम बंगाल में अभी 4 चरणों का चुनाव बाकी है। जिनके लिए गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा बीजेपी के प्रचार करेंगे। दोनों नेता छठे चरण में वोटिंग वाली सीटों पर कैंपेन करेंगे। अमित शाह दो रैलियों को संबोधित करेंगे और दो रोड शो का नेतृत्व करेंगे। वहीं जेपी नड्डा एक रैली करेंगे और दो रोड शों में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वह दो अन्य मीटिंगों में भी शामिल होंगे। ममता बनर्जी भी दक्षिण बंगाल के दो जिलो में चार रैलियां करने वाली हैं।
कोरोना केसों में तेजी से हुआ इजाफा
कोरोना माहमारी के कारण देश बहुत बुरी स्थिति में पहुंच गया है। लेकिन सियासी राजनीति के चलते सिर्फ रैलियों को तवज्जों दी जा रही है और कोरोना पर चर्चा कम देखी जा रही है। बीते कुछ दिनों से कोरोना केसों में इतनी तेजी से इजाफा हुआ है कि अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है। बता दें पश्चिम बंगाल में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 6,769 नए केस मिले हैं, जो 26 फरवरी के मुकाबले 31 गुना अधिक हैं, जब चुनाव की तारीखों का ऐलान किया गय़ा था। कोरोना की शुरुआत के बाद से पहली बार पश्चिम बंगाल में एक दिन में संक्रमण के इतने केस दर्ज किए गए हैं। इस बीच शुक्रवार को ही चुनाव आयोग ने कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के लिए राज्य की 10 राजनीतिक पार्टियों को मीटिंग के लिए बुलाया है।
मीटिंग में तय होगा कैसे करेंगे प्रचार
रैलियों के लिए कोविड प्रोटोकॉल पर होगी चर्चा चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों के बीच मीटिंग होगी। जिसमें वोटिंग के समय कोविड प्रोटोकोल का कैसे पालन करना है और प्रचार के तरीकों पर चर्चा होगी
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों का सख्त आदेश
बता दें कि बुधवार को कोलकाता हाई कोर्ट ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया था कि राजनीतिक रैलियों और वोटिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए।
तीनों चरणों के चुनाव एक ही दिन कराने की मांग
बीते दिन गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से आखिरी तीन चरणों के चुनाव एक ही दिन कराने की मांग की थी। हालांकि ऐसी किसी संभावना से आयोग ने इनकार किया है।