पाकिस्तान में डिजिटल आपातकाल, सोशल मीडिया बैन

गृहयुद्ध जारी, 7 की मौत, 300 से अधिक पुलिसकर्मी ज़ख्मी

नई दिल्ली। पाकिस्तान में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को रोकने में इमरान सरकार नाकाम हो गयी है। जिसके चलते पाकिस्तान सरकार ने लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ही छीन ली। बता दें कि पाकिस्तानी सरकार के आदेशानुसार देश में ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सएप और टेलीग्राम की सर्विसेज सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक उपलब्ध नहीं रहेंगी। इस बात की जानकारी खुद पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ( ग्रह मंत्रालय ) ने एक बयान जारी कर दी।

इमरान सरकार ने घुटने टेक दिए

इमरान खान सरकार कट्टरपंथियों का सामना नही कर पा रही है। जिसके कारण उन्होंने कट्टपंथियों के आगे अपने घुटने टेक दिए हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें पाकिस्तानी पुलिस उपद्रवी भीड़ के आगे सरेंडर करती हुई दिख रही है। हिंसा से सबसे अधिक प्रभाव लाहौर, कराची और इस्लामाबाद जैसे शहरों पर पड़ा हैं। इन हिंसक विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहे कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के मुखिया साद रिजवी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

अब तक 7 लोगों की मौत

पाकिस्तान में हिंसा और झड़पों के दौरान अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बता दें कि पार्टी समर्थकों ने फ्रांस के राजदूत को हटाने के लिये पाकिस्तान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

फ्रांस ने अपने नागरिकों को किया आगाह

फ्रांस ने अपने नागरिकों को जल्द ही पाकिस्तान छोड़ने की सलाह दी है। पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्तिथ फ्रांसीसी दूतावास ने ईमेल के जरिए बताया और चेतावनी दी कि उनके ऊपर गंभीर और बड़ा खतरा मंडरा रहा है। जिसके कारण अगर कोई फ्रांसीसी नागरिक पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में रहता हो तो वह तुरंत ही दूसरे देश रवाना हो जाए।

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