अमर भारती: बीजेपी के वरिष्ठ एवं पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने इसे व्यक्तिगत क्षति बताया था। इसके बाद उन्होंने राज्य में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि जेटली से उनके व्यक्तिगत संबंध थे। खासकर जब बिहार के भाजपा के प्रभारी बने और विधानसभा के दो चुनाव हुए उसमें उनकी भूमिका कोई नहीं भुला सकता। जेटली को सम्मानित करते हुए सीएम ने शनिवार को प्रदेश में उनकी प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान किया। उन्होंने आगे कहा कि हर साल पूर्व वित्त मंत्री के जन्मदिवस को राजकीय समारोह के तौर पर मनाया जाएगा।
बिहार में एनडीए सरकार के गठन में और लालू -राबड़ी शासन के खात्मे में पूर्व वित मंत्री अरुण जेटली की अहम भूमिका रही है। शनिवार को पटना में एनडीए की ओर से एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। नीतीश ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में हालात को संभालने में अरुण जेटली की तुलना प्रख्यात समाजवादी मधु दंडवते से की। बिहार के सीएम ने कहा कि भले ही वो बिहार के रहने वाले नहीं थे लेकिन बिहारियों के प्रति उनका प्रेम और सद्भाव कुछ अधिक था। विरोधियों से भी जो संवाद करने की कला अरुण जेटली में थी। उसके अलावा खुल कर बातें करना और तबियत ख़राब रहने के बावजूद उनकी याददाश्त पर ना कोई असर दिखा और न वो परेशान दिखे।