जिला विद्यालय निरीक्षक और परीक्षा प्रभारी की मिलीभगत का खामियाजा भुगत रहे छात्र

अमर भारती : गोंडा जिले के तहसील तरबगंज क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम परास पट्टी मझवार में शमला देवी स्मारक इंटर कॉलेज उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त  कॉलेज है। जो कई वर्षों से परीक्षा केंद्र भी बनता रहा है, और बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा भी करता है  लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक और परीक्षा प्रभारी की उदासीनता के चलते बोर्ड को विद्यालय के संबंध में गलत सूचना अपलोड कराई जा रही है। विद्यालय में 12 शिक्षण कक्ष हैं जिसमें दोनों तरफ वॉइस रिकॉर्डिंग सहित आईपी कैमरा लगा हुआ है तथा वर्ष 2017 में परीक्षा केंद्र भी रहा है परंतु पिछले 2 वर्षों से लगातार छह कमरों की सूचना ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड उत्तर प्रदेश को भेजी जा  रही है। जिसका खामियाजा विद्यालय तथा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। उक्त विद्यालय पिछले 2010 से 2017 तक परीक्षा केंद्र बनता रहा है।
अब सवाल ये उठता है जिस विद्यालय में 12 शिक्षण कक्ष हैं और दोनों तरफ वॉइस रिकॉर्डिंग सहित आईपी कैमरा लगा हुआ हो उस विद्यालय में 6 शिक्षण कक्ष तथा वॉइस रिकॉर्डिंग एवं कैमरा नहीं लगे होने की रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा बोर्ड को भेजना जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप कुमार तथा पटल सहायक अशोक सिंह की किस प्रकार की मानसिकता को दर्शाता है। क्या गलत रिपोर्ट लगाकर कहीं यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की प्रथम सीढ़ी तो नहीं है। वहीं विद्यालय के प्रबंधक पुत्र रीशू सिंह ने देवीपाटन मंडल आयुक्त को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि महोदय विद्यालय की निष्पक्ष जांच करवा कर बोर्ड को सही सूचना भिजवाने की महती कृपा करें जिससे केन्द्र निर्धारण में कोई बाधा उत्पन्न ना हो तथा बोर्ड को गलत सूचना भेजने वालों में जो भी दोषी हो उस पर उचित कार्रवाई करवाने कष्ट करें।