अमर भारती : हमारे देश में शिक्षा का स्तर इस प्रकार का है कि बोर्ड परीक्षा के समय पेपर लीक होने की खबर हर साल ही सुनने में मिल जाती है। लेकिन अब इस मुशकील को हल करने के लिए भी सरकार ने एक खास योजना बनाई है जिसके बाद कि पेपर लीक करना लगभग असंभव ही हो जाएगा।
दरअसल सरकार विश्वविद्यालयों और स्कूलों में परीक्षा प्रणाली को और मजबूत करने के लिए जैमर पॉलिसी को लागू करने पर विशेष ध्यान दे रही है। केंद्र सरकार परीक्षा के दिनों में स्कूलों और विश्वविद्यालयों को जैमर से फुलप्रूफ करेगी। सरकार ने जैमर पॉलिसी भी बनायी है। उधर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जैमर लगाने संबंधी पत्र राज्यों व विश्वविद्यालयों को भेज दिया है।
सूत्रो के मुताबिक, सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2018 में दसवीं और 12वीं कक्षा के पेपर लीक हुए थे। बोर्ड परीक्षा को फुलप्रूफ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कमेटी के माध्यम से कई सुझाव मांगे और उनको लागू भी किया। इसी के चलते सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2019 फुलप्रूफ रही। सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षा से संबंधित पेपर भेजने के लिए कई तकनीक पर काम किया पर लीक का खतरा हमेशा बना रहता है। इसी के चलते अब सरकार परीक्षा के समय में जैमर लगाने की योजना शुरू करने में लगी है।
यूजीसी सचिव प्रो. रजनीश जैन की ओर से सभी विश्वविद्यालयों और राज्यों को सरकार के इस फैसले की जानकारी दे दी गई है। इसमें सख्ती से केंद्र सरकार की जैमर पॉलिसी को अपने मान्यता प्राप्त संस्थानों में लागू करने का निर्देश दिया गया है। इसमें केंद्र सरकार द्वारा बनायी गयी जैमर पॉलिसी भी सांझा की गई है। जैमर परीक्षा के दिनों में काम करेंगे।