मुख्यशमंत्री योगी आदित्यननाथ के निर्देश पर प्रदेश की उच्चा शिक्षा का पिछले साढ़े तीन सालों में बदल गया स्वेरूप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना होनी वाली है। साथ ही नई शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है।उक्त बातें उपमुख्यिमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि मुख्य्मंत्री योगी आदित्यहनाथ के निर्देश पर प्रदेश की उच्चै शिक्षा का पिछले साढ़े तीन सालों में स्वनरूप बदल गया है। खासकर शोध के क्षेत्र में विश्वकविद्यालयों में तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को जल्दच ही 28 नए निजी विश्वनविद्यालय मिलेंगे। साथ ही प्रदेश में 51 राजकीय महाविद्यालयों की स्थासपना की जा रही है। इसके अलावा इंडस्ट्रीन, कौशल विकास जैसी विधाओं में भी विश्वनविद्यालय देखने को मिलेंगे। उन्हों ने कहा कि नई राष्ट्री य शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए बनाई गई 16 सदस्यीधय कमेटी तेजी से काम कर रही है। हर महीने कमेटी के साथ समीक्षा बैठक भी की जाती है।
उपमुख्यकमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई बेहतरीन विकल्पी के रूप में सामने आई। कोरोना काल खंड के दौरान ही मुख्य मंत्री योगी आदित्ययनाथ की अपेक्षा के अनुसार प्रदेश में उच्चा शिक्षा हासिल कर रहे छात्र-छात्राओं उत्कृआष्ट श्रेणी की पाठय सामग्री ऑनलाइन उपलब्धक कराने के लिए उच्ची शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी का लोकापर्ण किया गया। इसमें 23 विश्वलविद्यालयों के विशेषज्ञों व 1700 शिक्षाविदों व तकनीकी विशेषज्ञों के योगदान से 73468 से अधिक ई कंटेंट पोर्टल पर छात्रों को निशुल्कि उपलब्धच कराया गया है। डिजिटल लाइब्रेरी में हिन्दीा व अंग्रेजी भाषाओं में 134 विषयों के एक लाख ई कंटेंट मौजूद है। डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि विश्वशविद्यालयों के मध्य़ प्रतिस्पार्धा का वातावरण बनाने के लिए 28 निजी विश्वेविद्यालयों की स्थाकपना के लिए आशय पत्र निर्गत किए जा चुके हैं। डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं मार्च व अप्रैल में कराए जाने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तकर प्रदेश सरकार की डिजिटल लाइब्रेरी की कामयाबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आईआईटी खड़गपुर की नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया ने प्रदेश सरकार को पार्टनरकशिप का प्रस्ताीव भेजा है। उन्हों ने कहा कि देश भर के छात्रों को उत्कृ ष्ट शैक्षिक पाठय सामग्री उपलब्ध कराने के लिए उच्चा शिक्षा की डिजिटल लाइब्रेरी व नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया आईआईटी खड़गपुर के मध्यद पार्टनरशिप हेतु उच्चट शिक्षा विभाग को सहमति दे दी गई है।
नए विश्वतविद्यालयों की स्थारपना के कार्यों में तेजी
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आजमगढ़, सहारनपुर, अलीगढ़ में राज्यश विश्व्विद्यालयों की स्थायपना के बाद प्रदेश विकास की नई बुलंदियों को छुएगा। उन्होंशने कहा कि विश्वनविद्यालयों की स्थारपना के कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसमें राजा महेन्द्रं प्रताप सिंह राज्या विश्विविद्यालय अलीगढ़ की स्थाउपना के लिए 27.282 हेक्टेकयर भूमि उपलब्धक हो चुकी है। निर्माण कार्य मद में 2000 लाख का प्राविधान किया गया है। इसके अलावा 1000 लाख रुपए की धनराशि निर्माण कार्य के लिए डॉ भीम राव अम्बे डकर विश्वतविद्यालय आगरा को प्रदान की गई है। वहीं, सहारनपुर राज्यय विश्वकविद्यालय की स्थाापना के लिए कृषकों की 17.598 हेक्टेमयर जमीन क्रय करने के लिए 19 करोड़ 22 लाख रुपए से अधिक की धनराशि निर्गत की जा चुकी है। साथ ही चौधरी चरण सिंह विश्वाविद्यालय मेरठ द्वारा सहारनपुर राज्य विश्वकविद्यालय के भवनों के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपए की धनराशि दी जा चुकी है। वहीं, आजमगढ़ राज्य विश्वाविद्यालय की स्थापना के लिए आयुक्त आजमगढ मण्डल ने 38 एकड़ सरकारी भूमि आवंटित की है।
हिन्दुणइज्मा, बुद्धिज्म व जैनिज्म सेंटर की स्थालपना
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर कपिलवस्तु् में इंटरनेशनल बुद्धिस्ट सेंटर एवं सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन हिन्दुइज्म, बुद्धिइज्म एवं जैनिज्म की स्थापना की जा रही है। इससे हिन्दु्इज्मप में शोध को बढ़ावा मिलेगा। सिद्धार्थ विश्वेविद्याल के इंटरनेशनल बौद्धिस्टइ सेंटर के लिए 21 शैक्षणिक एवं 24 शिक्षणेत्तर पदों का सृजन किया गया है। इसके अलावा डीएवी कॉलेज कानपुर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सेंटर ऑफ एक्सीइलेंस की स्था पना, वीबीएस पूर्वांचल विश्वकविद्यालय में प्रो राजेन्द्र सिंह रज्जू् भैया इंस्टीवटयूट ऑफ फिजिकल साइंस ऑफ स्ट डी एंड रिसर्च व सेंटर फॉर रिन्यूमबेल एनर्जी एंड नैनो टेक्नो लॉजी की स्थावपना की गई है। गोरखपुर विश्वकविद्यालय में महायोगी गुरू गोरक्षनाथ शोध पीठ की स्थाकपना की गई है।
120 राजकीय महाविद्यालयों में ई लर्निंग पार्क की स्थायपना
डॉ शर्मा ने कहा कि प्रदेश के विश्वयविद्यालयों में भारतीय भाषाओं, लोक कला व लोक विद्याओं को बढ़ाने का काम भी किया जा रहा है। इसके लिए सभी विश्व्विद्यालयों में सेंटर ऑफ एक्सींलेंस की स्थामपना किए जाने का शासनादेश निर्गत किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि नए सत्र से एमफिल का कोर्स संचालित नहीं किया जाएगा। 120 राजकीय महाविद्यालयों में ई लर्निंग पार्क की स्थानपना की जा रही है।
पिछड़े गांवों में आसान हुई पढ़ाई की राह उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के आकांक्षी व अन्यथ जनपदों से पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को बेहतर उच्च् शिक्षा देने के लिए राजकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्री ई कंटेंट लोडेड डिजिटल डिवाइस पढ़ सकेंगे। इसमें पहले फतेहपुर, चित्रकूट, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर एवं बलरामपुर के 18 राजकीय महाविद्यालयों के पुस्ताकालयों में प्री लोडेड डिवाइस उपलब्धो कराए जाने की योजना है। इससे दूरस्थि अंचलों के छात्र भी इंटरनेट पर उपलब्धय शिक्षण सामग्री आसानी से एक्सेयस कर सकेंगे। छात्र डिजिटल लाइब्रेरी का लाभ भी प्री लोडेड टैबलेट से ले सकेंगे। उन्हों्ने बताया कि शोध के मुताबिक इन टैबलेटस से छात्रों की स्किल बढ़ती है और आत्मकनिर्भर बन सकेंगे। छात्र वीडियों, फोटोग्राफस, वाइस रिकोर्डिंग एवं टेस्ट लिटरेचर आसानी से टैबलेट्स में सुरक्षित रख सकतें है