ट्रांसपोट्रर्स यूनियन की हड़ताल का राजधानी दिल्ली और एनसीआर में पड़ा असर

अमर भारती : आज दिल्ली और एनसीआर में ट्रैफिक नियमों में बढ़ाए गए जुर्माने के विरोध में ट्रांसपोर्ट्स यूनियन की हड़ताल है। मतलब आज दिल्ली में न तो टैक्सी चल रही है और न ही ऑटो। ट्रक वालों ने भी इसमें हिस्सा लेने का मन बना लिया है। इस हड़ताल का असर सुबह से दिखने लगा। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टैक्सी और ऑटो चालकों ने सवारी ले जाने वाले वाहनों को जबरदस्ती रोक लिया।

बता दें कि इस हड़ताल का असर ओला-उबर पर भी दिख रहा है। कई जगहों पर ओला-उबर की सर्विस ही नहीं मिल रही है। जहां मिल रही है, वहां आम दिनों की तुलना में किराया काफी ज्यादा है। ओला-उबर हड़ताल का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनका ड्राइवर एसोसिएशन इसका समर्थन कर रहा है। परेशानी से बचने के लिए दिल्ली में कई स्कूल भी आज बंद है।

जानकारी के अनुसार नए मोटर व्हीकल एक्ट का देश भर के अलग-अलग राज्यों में भी विरोध हो रहा है। राज्य सरकारें भी इसे पूरी तरह से लागू करने पर सहमत नहीं हैं। हड़ताल का आह्वान करने वाले संगठन यूएफटीए में ट्रक, बस, ऑटो, टेम्पो, मेक्सी कैब और टैक्सियों का दिल्ली/एनसीआर में प्रतिनिधित्व करने वाले 41 यूनियन और संघ शामिल हैं।

दिल्ली में ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल से मुसाफिर बेहद परेशान हैं। हड़ताली टैक्सी वाले मनमानी कर रहे हैं। कुछ लोगों को पुलिस ने पकड़ा भी है, जो सवारियों को जबरन ऑटो टैक्सी से उतार रहे थे। इस बीच पुणे जाने के लिए निजामुद्दीन स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने वाला एक बुजुर्ग कपल फूट फूट कर रो पड़ा। इनका कहना था कि बीच रास्ते उन्हें टैक्सी से उतार दिया गया और वहां से पैदल आना पड़ा।