
नई दिल्ली। दिल्ली के कनॉट प्लेस में पिछले कुछ वक्त से स्मॉग टॉवर का काम चल रहा था जो कि अब जाकर पूरा हो चुका है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को अपना बयान जारी कर बताया कि यह स्मॉग टॉवर अपनी पूरी क्षमता के साथ एक अक्टूबर से काम करना शुरू कर देगा। बता दें कि 24 मीटर से अधिक उँचे इस स्मॉग टॉवर का उद्धघाटन 23 अगस्त को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किया गया था। राजधानी मेम प्रदूषण कम करने की कोशिश में यह एक नई पहल है।
1 किलोमीटर के दायरे की हवा को करेगा साफ
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदूषण कम करने के लिए यह स्मॉग टॉवर लगाए जाऐंगे। यह समॉग टॉवर एक एयर प्यूरीफाइंग टॉवर की तरह ही काम करता है, जो अपने 1 किलोमीटर के क्षेत्र की दूषित हवाओं को साफ करके स्वच्छ हवा बाहर फेंकता है। यह स्मॉग टॉवर सौर उर्जा पर भी काम करता है। एक रिर्पोट के अनुसार इस एयर पयूरीफाइंग टॉवर में 40 पंखे और 10 हजार फिल्टर लगाए गए है, जिसकी लागत 20 करोड़ रूपए बताई गई है। इस अनोखी तकनीक को भारत ने अमेरिका से लिया है।
आईआईटी की टीम करेंगी कार्य की निगरानी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर यह भी बताया कि, इस स्मॉग टॉवर के कार्य की निगरानी करने के लिए दिल्ली और मुंबई के वेज्ञानिकों की एक विशेष टीम गठित की गई है। बता दें कि इस टीम में आईआईटी दिल्ली के 4 और आईआईटी मुंबई के 4 विशेषज्ञ शामिल हैं जिनहें इस समॉग टॉवर के कार्य पर आधारित रिर्पोट तैयार करनी होगी। इस टॉवर के पूर्ण तरीके से निरीक्षण करने के बाद ही राज्य के अलग हिस्सों में ऐसे और टॉवरों में निवेश करने के बारे में सोचा जाएगा।
दिल्ली में प्रदूषण कम करने हेतु की गई यह नई पहल
विशेषज्ञों का मानना है कि राजधानी में प्रदूषण की रफ्तार धीमी करने के लिए यह समॉग टॉवर एक प्रभावपूर्ण साधन साबित हो सकता है। यह वायु प्रदूषण तथा उससे होने वाली सभी समस्याओं से लोगों को काफी राहत देगा।