कर्नाटक के मंत्री और डीएमके के नेता, उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर विवादित बयान के कारण मुश्किले बढ़ गयी हैं. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना से की थी. उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म का विरोध ही नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे ख़त्म कर देना चाहिए.

उनके खिलाफ दिल्ली- यूपी में एफआईआर तो दर्ज थी ही, मंगलवार को मुंबई से सटे मीरा रोड पुलिस स्टेशन में भी उनके विवादित बयान के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गयी है.
उनके विवादित बयान का प्रियांक खड़गे ने समर्थन किया था जो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के मंत्री हैं. रामपुर में उदयनिधि स्टालिन के साथ साथ प्रियांक खड़गे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हो चुकी है. प्रियांक खड़गे ने अपने विवादित बयान में कहा था कि जो धर्म समान अधिकार नहीं देता, वो बीमारी की तरह है.
स्टालिन पर धारा 153ए और 295ए के तहत मामला दर्ज है. उनके बाद से सियासत में जैसे लोगो की धार्मिक भावना को ठेस पहुचाने के बयान शुरू हो गए हैं. DMK नेता ए राजा तो इन सबसे दो कदम और आगे निकल गए. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना HIV और कुष्ठ रोग से कर दी थी.