उत्तर प्रदेश में बढ़ेगा ताप सूचकांक, अगले 5 दिनों तक लू का खतरा, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी और सलाह


उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस का असर बढ़ने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 19 जून से 23 जून 2025 तक राज्य के अधिकांश जिलों में ताप सूचकांक (Heat Index) मध्यम से उच्च स्तर तक बना रहेगा। इसका सीधा असर जनजीवन, स्वास्थ्य, पशुपालन और कृषि पर पड़ने की आशंका है। मौसम विभाग ने इसे लेकर विशेष चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

19 जून को सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाज़ियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, औरैया, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, सम्भल, बदायूं, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या और अम्बेडकर नगर जैसे जिलों में हीट इंडेक्स मध्यम स्तर पर रहने की संभावना है।

20 से 23 जून के बीच भी इन जिलों में गर्मी का यह प्रभाव जारी रहेगा और कुछ जिलों में और अधिक गर्मी महसूस की जा सकती है। लगातार पांच दिन तापमान और आर्द्रता दोनों में बढ़ोतरी होने से शरीर पर गर्मी का दबाव अधिक रहेगा। हीट इंडेक्स का अर्थ होता है कि वास्तविक तापमान के साथ वातावरण में मौजूद नमी के कारण शरीर को जो ताप महसूस होता है, वह अधिक होता है। इसी कारण यह गर्मी स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरनाक बन जाती है।

मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में लू के कारण बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, उल्टी और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। लोगों को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। गर्मी के दौरान सूती, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनने, खूब पानी पीने और ओआरएस जैसे घोल का सेवन करते रहने का सुझाव दिया गया है। घर से बाहर निकलते समय छाते, टोपी या गमछा का इस्तेमाल करने को कहा गया है।

जो लोग धूप में काम करते हैं, उनके लिए विशेष सावधानी जरूरी है। उनके लिए कार्य स्थल पर पर्याप्त पानी, छांव और विश्राम की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है। साथ ही प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नगर निकायों और पंचायतों को निर्देश दिए गए हैं कि वे गर्मी के मौसम में विशेष तैयारियां रखें और आम जनता को सतर्क रखें। हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।

इसके साथ ही मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि पशुपालन और बड़ी कृषि या सब्जियों की फसलों पर भी इस गर्मी का असर पड़ सकता है, अतः किसान और पशुपालक भी अपनी सतर्कता बनाए रखें। पशुओं के लिए भी ठंडे पानी और छांव की व्यवस्था की जानी चाहिए।

लखनऊ मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों के प्रशासन से अपील की है कि वे इस हीट वेव के दौरान समय पर सावधानी बरतें, आमजन को जागरूक करें और सभी आवश्यक सेवाएं तत्परता से उपलब्ध कराएं, ताकि गर्मी जनित किसी भी दुर्घटना या स्वास्थ्य आपदा से बचा जा सके।