अमर भारती : बंगाल के बीरभूम से डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही की घटना सामने आई है। पिता ने अपने दस साल बेटे के पेट में दर्द होने की शिकायत को लेकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। मगर पिता का आरोप है कि उसे पेट दर्द की दवाई देने के बजाय डॉक्टर ने साँप के डँसने पर लगाए जाने वाला इंजेक्शन ही लगा दिया। लिहाज़ा, मासूम की जान चली गई। मृतक बच्चा ,देवमाल चौथी क्लास का छात्र था, जिसे केरामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया था।
बीरभूम के नलहाटी थाने के गोसाईंपुर ग्राम का रहनेवाले देव को सबसे पहले कल रात ही तेज पेट दर्द होने के कारण लौहपुर प्राथमिकस्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया था। लेकिन बाद में रामपुर हाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दिखाने ले जाया गया। देव के पिता ने डॉक्टरों पर यह आरोप लगाया है कि साफ-साफ बताया था की बेटे के पेट में दर्द है। इसके बावजूद इतनी बड़ी लापरवाही बरती गई कि एक पिता को अपना पुत्र खोना पड़ गया।
इसके बाद डॉक्टरों ने देवमाल को कई सारे इंजेक्शन लगाए। लेकिन तब तक उसकी सांसे रूक चुकी थी। देव के पिता द्वारा अस्पताल के एम.एस.वी.पी. में शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें उन्होंने गलत इलाज के चलते उनके बेटे की मृत्यु होने का इलज़ाम लगाया है।
रिपोर्ट- प्रियंका जाँगड़ा