भारत 12 जनवरी 1948 को बना था सदस्य
नई दिल्ली। हर साल आज का दिन विश्व भर में ‘वर्ल्ड हेल्थ डे’ यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना है। हर साल स्वास्थ्य दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है और इस बार का थीम है, ‘एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण’।
आज ही के दिन हुई थी स्थापना
आज ही के दिन 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्थापना की गयी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व के देशों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर आपसी सहयोग एवं मानव को स्वास्थ्य संबंधी समज विकसित कराने की संस्था है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के 194 सदस्य देश तथा दो संबद्ध सदस्य हैं। भारत 12 जनवरी, 1948 को विश्व स्वास्थ्य संगठन का सदस्य बना। विश्व स्वास्थ्य संगठन का दक्षिण-पूर्व एशिया का क्षेत्रीय कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इसका उद्देश्य संसार के लोगों के स्वास्थ्य का स्तर ऊँचा करना है।
150 देशों में कार्यालय, 6 क्षेत्रीय कार्यालय
विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्यालय स्विट्जरलैण्ड के जेनेवा शहर में स्थित है। इथियोपिया के डॉक्टर टैड्रोस ऐडरेनॉम गैबरेयेसस विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक हैं। वर्तमान में 194 देश विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य हैं। 150 देशों में इसके कार्यालय होने के साथ-साथ इसके छह क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं।
WHO का उद्देश्य
विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी मामलों में नेतृत्व प्रदान करने, स्वास्थ्य अनुसंधान एजेंडा को आकार देने, नियम और मानक तय करने, प्रमाण आधारित नीतिगत विकल्प पेश करने, देशों को तकनीकी समर्थन प्रदान करने और स्वास्थ्य संबंधी रुझानों की निगरानी और आकलन करने के लिए जिम्मेदार है।
चेचक और पोलियो पर नियंत्रण
वर्ष 1967 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गहन चेचक उन्मूलन कार्यक्रम प्रारंभ किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के समन्वित प्रयास से वर्ष 1977 में चेचक का उन्मूलन किया गया। विश्व बैंक की वित्तीय एवं तकनीकी सहायता से विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1988 में प्रारंभ की गई वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल के संदर्भ में भारत ने पोलियो रोग के खिलाफ मुहिम की शुरुआत की और इन प्रयासों के परिणामस्वरूप वर्ष 2014 में भारत को एंडेमिक देशों की सूची से बाहर रखा गया।