मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए 02 समितियों का हुआ गठन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे सिविल सेवा परीक्षा, पीसीएस, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस इत्यादि के लिए प्रतिभाशाली तथा उत्साही विद्यार्थियों को निःशुल्क साक्षात प्रशिक्षण, ऑनलाइन प्रशिक्षण, सलाह प्रदान किया जाना है।
इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु 2 समितियों का गठन किया गया है जिसमें राज्य स्तरीय समिति एवं सभी मण्डलायुक्तों की अध्यक्षता में मण्डल स्तरीय समिति का गठन किया गया है। शास्त्री ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के संचालन की समीक्षा करने के उपरान्त यह जानकारी दी।
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है। इस योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाये, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों को निःशुल्क सलाह प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों को बेहतर सलाह मिलेगी और विद्यार्थी परीक्षाओं में सफल होंगे तथा विद्यार्थी अपने माता-पिता, जनपद व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के पोर्टल को लाभार्थियों के पंजीकरण के लिए क्रियाशील किया जा चुका है जिसपर लाभार्थियों द्वारा पंजीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना संचालित हो जाने से युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। अभ्युदय योजना के तहत प्रदेश के सभी मण्डलों पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग की शुरूआत की गई है।