
भाकियू और जनप्रतिनिधियों की मेहनत लाई रंग, क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर
हैदरगढ़ (बाराबंकी)। वर्षों की जद्दोजहद और जनआंदोलन के बाद आखिरकार हैदरगढ़ रेलवे स्टेशन पर 6 एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को रेलवे प्रशासन ने हरी झंडी दे दी है। यह उपलब्धि भारतीय किसान यूनियन (राष्ट्रीयतावादी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र सिंह और जिलाध्यक्ष की निरंतर कोशिशों का नतीजा है। इस ऐलान के बाद पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है और स्थानीय नागरिकों ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बधाइयां दी हैं।
ज्ञात हो कि बीते वर्षों में रेलवे प्रशासन ने मेमो ट्रेन के अतिरिक्त सभी ट्रेनों का ठहराव हैदरगढ़ स्टेशन से समाप्त कर दिया था, जिससे यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। निहालगढ़ या लखनऊ तक का लंबा सफर तय कर ट्रेन पकड़ना आम बात हो गई थी, और कई बार यात्रियों की ट्रेन छूट भी जाती थी। इससे करोड़ों की लागत से बना रेलवे स्टेशन वीरान हो गया था।
इस समस्या को लेकर भाकियू के नेतृत्व में क्षेत्रीय व्यापारी, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि एकजुट हुए। उन्होंने डीआरएम लखनऊ से लेकर रेलवे मंत्रालय तक ज्ञापन और पत्र भेजे। सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया, लेकिन कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली।
तब भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र सिंह ने जनहित को प्राथमिकता मानते हुए दिल्ली तक का रुख किया। उन्होंने लखनऊ और हैदरगढ़ रेलवे स्टेशन पर कई बार धरना प्रदर्शन किए। उनकी इस जनहितपूर्ण पहल को विभिन्न संगठनों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों का साथ मिला। अंततः 26 मई को डिप्टी सीसीएम बसंत कुमार ने डिप्टी सीओएम कोचिंग को पत्र भेजकर प्रयोगिक ट्रेन ठहराव की मंजूरी दे दी।
अब हैदरगढ़ रेलवे स्टेशन पर बेगमपुरा, महामना, सद्भावना, कुंभ, उपासना और हिमगिरी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया गया है। भाकियू अध्यक्ष रामचंद्र सिंह ने क्षेत्रवासियों और संघर्ष में साथ देने वाले सभी जनप्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया है। यह फैसला न सिर्फ हैदरगढ़ बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों के लिए भी राहत की सौगात लेकर आया है।