करोड़ों की नकदी समेत चार गिरफ्तार
सवाल, आख़िर कहां से आई इतनी नकदी…?
लखनऊ। कैंट के रफी अहमद किदवई मार्ग स्थित रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी में रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर मध्य रेलवे चारबाग पुनीत कुमार के घर में लूट और नौकर बृजमोहन की हत्या की वारदात का पुलिस ने राजफाश किया है। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से करोड़ों रुपये बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित बृजमोहन के परिचित थे। ढाई करोड़ रुपये लूटने के बाद सभी आपस में रकम का बंटवारा कर रहे थे। इसी दौरान रुपयों के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था और आरोपियों ने बृजमोहन की हत्या कर दी थी। अब सवाल यह है कि रेलवे के इंजीनियर के घर में इतनी रकम कहां से आई थी। पुलिस इस दिशा में भी छानबीन कर रही है।
गला रेत कर हत्या
गौरतलब है कि लखनऊ में कैंट के रफी अहमद किदवई मार्ग स्थित रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी में 26 मार्च को रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर मध्य रेलवे चारबाग पुनीत कुमार के घर में बदमाशों ने दिनदहाड़े धावा बोला था। बदमाशों ने घर में मौजूद उनके नौकर बृजमोहन का हाथ-पैर बांध दिया और फिर गला रेतकर हत्या कर दी थी। इसके बाद नकदी लूट ले गए थे।
सर्वेन्ट क्वार्रटर में थी रिहायश
मूलरूप से फिरोजाबाद के कोलामऊ महरौना निवासी बृजमोहन पांच साल से पुनीत के यहां काम करता था। एक साल पहले बृजमोहन को रेलवे में स्थाई नौकरी मिल गई थी। बृजमोहन द्वितीय तल स्थित पुनीत के फ्लैट नंबर 21 डी के सर्वेंट क्वार्टर में रहता था।
इमरशन राड से कस दिया था गला
26 मार्च को दोपहर करीब तीन बजे पड़ोस में रहने वाले केयरटेकर विनय तिवारी बृजमोहन के कमरे के बाहर पहुंचे तो खून बिखरा पड़ा था। बृजमोहन का कमरा बाहर से बंद था। विनय ने भीतर झांककर देखा तो कमरे में बृजमोहन मृत पड़ा था। हत्यारों ने बृजमोहन के हाथ-पैर बांध दिए थे और उसके गले पर जख्म के गहरे निशान थे। विनय ने फौरन पुनीत को घटना की जानकारी दी। इसके बाद कैंट पुलिस वहां पहुंची और छानबीन शुरू की गई। हत्यारों ने इमरशन रॉड गरम कर उसके लोहे से बृजमोहन का गला कस दिया था। इससे उसके गले में भीतर तक गंभीर जख्म हो गए थे। बृजमोहन के हाथ कपड़े से और पैर उसकी बनियान से बांधे गए थे। फर्श पर उसका शव पड़ा था।