नई दिल्ली। नीति आयोग के एसडीजी इंडेक्स के स्कोर की घोषणा के साथ ही केरल एक बार फिर अव्वल रहा है। भारत के एसडीजी इंडेक्स का तीसरा संस्करण नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने लॉन्च किया।
केरल प्रथम, हिमाचल, तमिलनाडु द्वितीय
केरल ने 75 के स्कोर के साथ शीर्ष राज्य के रूप में अपनी रैंक बरकरार रखी। हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु, दोनों राज्यों ने 74 के स्कोर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। बिहार, झारखंड और असम इस साल के भारत सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य थे।
बिहार का सबसे ख़राब प्रदर्शन
रिपोर्ट के अनुसार, केरल ने नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 में शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। जबकि बिहार को सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला घोषित किया गया है।
एसडीजी करता प्रगति मूल्यांकन
सतत विकास लक्ष्यों के लिए सूचकांक (एसडीजी) सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मापदंडों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की प्रगति का मूल्यांकन करता है।
दिसम्बर 2018 में लॉन्च हुआ था मूल्यांकन
एसडीजी इंडिया इंडेक्स और डैशबोर्ड के माध्यम से एसडीजी की निगरानी के हमारे प्रयास को दुनिया भर में व्यापक रूप से देखा और सराहा जा रहा है। कुमार ने कहा कि, एसडीजी पर एक समग्र सूचकांक की गणना करके हमारे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को रैंक करने के लिए यह एक दुर्लभ डेटा-संचालित पहल है।
पहली बार दिसंबर 2018 में लॉन्च किया गया, यह सूचकांक देश में एसडीजी पर प्रगति की निगरानी के लिए प्राथमिक उपकरण बन गया है और साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच वैश्विक लक्ष्यों पर रैंकिंग करके प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है।
तीसरे संस्करण में 115 संकेतक शामिल
2018-19 में पहले संस्करण में 13 लक्ष्यों, 39 लक्ष्यों और 62 संकेतकों को कवर करने से लेकर दूसरे में 17 लक्ष्यों, 54 लक्ष्यों और 100 संकेतकों तक; सूचकांक के इस तीसरे संस्करण में 17 लक्ष्य, 70 लक्ष्य और 115 संकेतक शामिल हैं।